एक लाख लोगों के इलाज पर खर्च किये 100 करोड़: परमार

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 15 दिसम्बर 2019, 7:12 PM (IST)

धर्मशाला। आयुष्मान और हिमकेयर योजना में प्रदेश के एक लाख जरुरतमंद लोगों के उपचार के लिए करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।

यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने राजकीय उच्च विद्यालय भट्टू-समूला के वार्षिक उत्सव तथा ‘‘नया सवेरा’’ नशा निवारण एवं पुनर्वास संस्था के 12वें वार्षिक समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि "जनवरी माह में प्रदेश को 350 नयें चिकित्सक उपलब्ध होंगे।" उन्होंने भट्टू के लिए भी स्वास्थ्य संस्थान देने की बात कही।
उन्होंने कहा कि "नशे का बढ़ता प्रचलन विश्व और देश के लिये एक विकराल समस्या का रूप ले रहा है। दुर्भाग्यवश हिमाचल प्रदेश भी इस समस्या से अछूता नहीं है। सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम तथा नशा-निवारण की दिशा में गंभीर प्रयास किए हैं। नशीले पदार्थों और मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया गया जिसका आज समापन है।"

परमार ने कहा कि "समापन कार्यक्रम का आयोजन स्कूल में करना एक अनुकरर्णीय पहल है, जहां अध्यापक, अभिभावक, बच्चे और संस्था के लोग एक साथ नशे के दुष्प्रभावों पर जागरुक हो रहे हैं।" उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि "नशे को ना और जिंदगी को हां ऐसा संकल्प हम सभी यहां से लें तथा इस अभियान को जन आंदोलन बनायें।"

उन्होंने कहा कि "एक सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार देश के 37 प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग शराब और अन्य मादक पदार्थों के सेवन से ग्रसित हैं।" उन्होंने कहा कि "प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 40 स्थानों पर नशा-निवारण एवं पुनर्वास केंद्र कार्यशील हैं।"

उन्होंने कहा कि "प्रदेश नशे के तस्करी करने वालों के खिलाफ कानून में आवश्यक संशोधन किया गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पहल कर पड़ोसी राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर निर्णय लिया कि प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक नियमित रूप से सम्बन्धित सूचना साझा करेंगे।" उन्होंने कहा कि "इसके अतिरिक्त नशे के विरुद्ध राज्यव्यापी अभियान भी जन-आंदोलन के रूप में शुरु किया गया है और 150 अति संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है।" उन्होंने बच्चों को वार्षिक उत्सव की बधाई दी तथा संस्था के नशा उन्मूलन की दिशा में किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि "सलोह, अरला, भट्टू, फरेड़, रैपुर, सुलह तथा गरला पंचायतों के 30 गांवों में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जल जीवन मिशन में 5.50 करोड़ व्यय किये जायेंगे और इसमें चार नलकूप लगाये जायेंगे।" उन्होंने उच्च विद्यालय के भवन निर्माण के लिए 20 लाख, विद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 10 हजार, भट्टू गांव में 2 लाख लीटर क्षमता का ओवर हैड टैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने इससे पूर्व विद्यालय में पौधा भी रोपित किया। सुलह के लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री का सुलह के लिए बहुतकनीकी संस्थान देने के लिए आभार प्रकट किया।

इससे पहले राजकीय उच्च विद्यालय भट्टू की मुख्याध्यापक सबनम शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और विद्यालय की वार्षिक रिपोट प्रस्तुत की। ‘‘नया सवेरा’’ संस्था के प्रधान अरविंद कुमार ने भी मुख्यातिथि का स्वागत किया और नशा-निवारण एवं पुनर्वास संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि प्रदेश लगभग 3 हजार युवाओं को नशा मुक्त किया गया है।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री की धर्मपत्नी शर्मिला परमार, भाजपा संगठनात्कम जिला पालमपुर के अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा सुलह मण्डलाध्यक्ष देशराज शर्मा, सुखदेव मंसंद, चंद्रवीर, महिला आयोग की सदस्य सुषमा भट्ट, बीडीसी उपाध्यक्ष पूजा धीमान, बीडीसी सदस्य अरविंद समकडिय़ा, फरेड़ पंचायत के उपप्रधान मनोज शर्मा, पंजाब सिंह, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम कटोच, डॉ. वीएस रावल, अधिशासी अभियंता मुनीष सहगल और अनिल पूरी, आरएम परिवहन निगम, तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री, संस्था के लोग, विद्यालय के अध्यापक, बच्चे, विभिन्न विभागों के अधिकारी और क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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