नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर से कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोला है। मायावती ने वीर सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने रविवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किए।
मायावती ने लिखा कि शिवसेना अपने मूल एजेंडे पर अभी भी कायम है, इसलिए इन्होंने नागरिकता संशोधन बिल पर केंद्र सरकार का साथ दिया और अब सावरकर को भी लेकर इनको कांग्रेस का रवैया बर्दाश्त नहीं है। किंतु फिर भी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ बनी हुई है तो यह सब कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं है तो और क्या है? अत: इनको, इस मामले में अपनी स्थिति जरूर स्पष्ट करनी चाहिए।
वरना यह सब इनकी अपनी पार्टी की कमजोरियों पर से जनता का ध्यान बंटाने के लिए केवल कोरी नाटकबाजी ही मानी जाएगी। उल्लेखनीय है कि शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में भारत बचाओ रैली के दौरान सावरकर को कठघरे में खड़ा कर दिया था। इसके बाद शिवसेना ने उनकी आलोचना की थी। दोनों पार्टियां महाराष्ट्र में पिछले दिनों बनाई गई गठबंधन सरकार का हिस्सा हैं।
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