प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को दे रही विशेष महत्व: वीरेन्द्र कंवर

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 13 दिसम्बर 2019, 4:28 PM (IST)

धर्मशाला । ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के बिना राज्य के विकास के बारे में सोचना संभव नहीं है। इसीलिए राज्य सरकार प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को विशेष महत्व दे रही हैे। उन्होंने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकार गरीबों के विकास के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है।
वीरेन्द्र कंवर आज उपायुक्त कार्यालय में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कांगड़ा के सौजन्य से ‘‘नमस्ते धर्मशाला’’ के अन्तर्गत जुड़े स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के काउंटर का शुभारंभ करने के उपरांत बोल रहे थे। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की सदस्यों से वहां रखे उत्पादों के बारे में जाना और सदस्यों की हौंसला अफजाई की तथा और लोगों को भी समूह में जोड़ने का आह्वान किया।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि गरीबों, किसानों, महिलाओं, युवाओं और समाज के वंचित तबकों के लोगों के कल्याण को ध्यान में रखकर अनेक विकास कार्यक्रम एवं योजनाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि विकास का लाभ लक्षित समूहों तक समयबद्ध सुनिश्चित बनाने के लिये विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि समाज के प्रत्येक वर्ग को इन योजनाओं का लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि महिलाओं व युवाओं के लिए ग्रामीण विकास विभाग ने कई अहम पहल की हैं। स्वरोजगार कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा आजीविका योजना, आधारभूत संरचना निर्माण सहित ऐसी कई योजनाएं ग्रामीण विकास व रोजगार वृद्धि के लिए चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं के लाभकारी प्रभाव स्पष्ट दिख रहे हैं। ग्रामीण विकास, रोजगार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और ग्रामीणों की स्थिति में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सरस मेलों का आयोजन किया जा रहा है जहां स्वयं सहायता समूहाें द्वारा बनाए गए उत्पादों को बेचने में आसानी होती है। उन्होंने कहा कि सरस मेलों के आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों अपने उत्पादों को सीधे खरीददारों को बेचने का अवसर प्रदान करना है।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश में सबसे पहले विकास खंड धर्मशाला द्वारा 100 प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के लिए कुसुम टेसू तथा रोमिता चौहान को प्रोत्साहन प्रमाण पत्र वितरित किए।
इस मौके अतिरिक्त उपायुक्त राघव शर्मा ने ग्रामीण विकास मंत्री का स्वागत करते हुए कहा जिला प्रशासन यह सुनिश्चित बनाने में जुटा है कि सरकार द्वारा चलाई गई विकास योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचे और उनके जीवन स्तर में सुधार हो।
खंड विकास अधिकारी अभिनीत कात्यायन ने बताया कि 16 दिसम्बर से नमस्ते धर्मशाला के अन्तर्गत जुड़़े स्वयं सहायता समूहों को शून्य लागत प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे इनके द्वारा तैयार उत्पाद बिना रसायन के होंगे।
इस दौरान ग्रामीण विकास मंत्री ने उनसे मिलने आए लोगों की समस्याओं को सुना और अधिकतर का मौके पर ही उनका समाधान कर दिया।
इस अवसर पर विधायक विशाल नैहरिया, सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज आरएन बत्ता, एडीसी राघव शर्मा, एडीएम मस्त राम भारद्वाज, परियोजना अधिकारी डीआरडीए मुनीष शर्मा, बीडीओ अभिनीत कात्यान, विशाल चौहान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा स्वयं सहायता समूह के सदस्य उपस्थित थे।

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