अकालियों की घटिया चालों के आगे झुकूंगा नहीं, राजनीतिज्ञ-गैंगस्टर गठजोड़ की तह तक जाऊंगा- सिंह

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 09 दिसम्बर 2019, 10:05 PM (IST)

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राजनीतिज्ञों और गैंगस्टरों के दरमियान सांठ-गांठ की मीडिया रिपोर्टों के संदर्भ में उनकी तरफ से जांच के दिए हुक्मों पर अकालियों की नौटंकियों के आगे झुकने से इन्कार करते हुए कहा कि वह अकालियों के ऐसे संकुचित हथकंडों के आगे झुकने वाले नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की पूरी छानबीन की जाएगी और ऐसे दोषों के गुनाहगार पाए जाने वालों को भागने नहीं दिया जाएगा।
इस मुद्दे पर जांच को रद्द करने और गली स्तर का प्रदर्शन करने पर शिरोमणि अकाली दल को सख्त शब्दों में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल के शीर्ष नेतृत्व के ख़तरनाक अपराधियों /गैंग्स्टरों के साथ संबंधों को स्पष्ट दिखाती तस्वीरें हासिल करने के बाद उन्होंने डी.जी.पी. को इसकी जांच करने के हुक्म दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच के हुक्म देने से पहले उन्होंने इन तस्वीरों संबंधी राज्यपाल को अवगत करवाया था और यदि यह सही साबित हो गया तो इससे राज्य में अपराधियों और गैंग्स्टरों की सरप्रस्ती देने में अकालियों का सम्मिलन बेनकाब हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सबूत बहुत गंभीर हैं और इनकी पुलिस पड़ताल करवाने की ज़रूरत है जिस कारण उन्होंने डी.जी.पी. को आदेश दिए हैं कि इस जांच को जल्द से जल्द मुकम्मल करने में कोई कसर बाकी न छोड़ी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दस्तावेज़ों और तस्वीर के रूप में उनको हासिल हुए सबूत बादलों और अन्य अकाली नेताओं की स्पष्ट संबंध दिखाते हैं जबकि अकाली नेता जेल मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा को निशाना बनाकर अपना सम्मिलन होने से ध्यान हटाने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अकाली दल के पास तो रंधावा या अन्य कांग्रेसी मंत्रियों /नेताओं के गैंगस्टरों और अपराधियों के साथ किसी तरह का संबंध होने का कोई सबूत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके उलट अकालियों के खि़लाफ़ दस्तावेज़ी सबूत हैं जिसकी तह तक जांच करवाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि यदि जांच में ऐसी सांठ-गांठ का कोई भी दोषी पाया गया तो उसके विरुद्ध कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे गुनाह में शामिल लोगों को किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जा सकता।
अपने संकुचित राजनैतिक हितों के लिए अकालियों की तरफ से गैंगस्टरों और अपराधियों के साथ सांठ-गांठ करने पर मुख्यमंत्री ने उनको आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इनके 10 वर्षों के कुशासन के दौरान पंजाब और पंजाबियों को असुरक्षित और डरावने माहौल से गुज़रना पड़ा।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री को प्राप्त हुई तस्वीरों में हरजिन्दर सिंह बिट्टू उर्फ बिट्टू सरपंच सीनियर अकाली राजनीतिज्ञों प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, हरसिमरत बादल और बिक्रम मजीठिया को सम्मानित करता हुआ नजऱ आता है। पुलिस को प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक बिट्टू की तलवंडी साबो हलके से पूर्व अकाली विधायक जीत मोहिन्दर सिंह सिद्धू के साथ भी कथित नज़दीकी है।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता जिनको मुख्यमंत्री ने जांच करने का जि़म्मा सौंपा हुआ है, ने बताया कि ऑर्गेनाईजड़ क्राइम कंट्रोल यूनिट, पंजाब को हासिल जानकारी में खुलासा हुआ है कि बीते समय में बिट्टू बदनाम गुरप्रीत सेखों गैंग के सदस्यों को शरण दिलाता रहा है।
गुप्ता के अनुसार बिट्टू नशे, कत्ल, डकैती, आर्मज़ एक्ट आदि से सम्बन्धित कई अपराधिक मामलों में नामज़द है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे