लखनऊ। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद योगी सरकार ने शनिवार को उसके परिवार को बतौर मुआवजा 25 लाख रुपये देने का ऐलान किया। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि दिवंगत पीड़िता के परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत परिवार को एक घर और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने का आश्वासन दिया है।
इससे पहले परिजन से मुलाकात करने पहुंचे श्रममंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेराव कर नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो उन्होंने विरोध किया। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा और दोनों मंत्रियों तथा सांसद को पीड़िता के घर पहुंचाया।
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मुख्यमंत्री योगी ने मंत्री मौर्य और कमल रानी वरुण को दिवंगत पीड़िता के परिजन से मुलाकात के लिए भेजा था। दरिंदों
ने दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने का प्रयास किया। करीब 90 प्रतिशत झुलस
चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया था। सफदरजंग अस्पताल
में उपचार के दौरान शुक्रवार देर रात उसने दम तोड़ दिया।
एम्बुलेंस
के जरिये पीड़िता का शव उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले स्थित उसके गांव ले
जाया गया। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के भाई ने शनिवार को पत्रकारों से कहा,
"उसकी बहन को तभी न्याय मिलेगा, जब सभी आरोपियों को वहीं भेजा जाएगा, जहां
वह चली गई।"
उन्होंने कहा, "उसने मुझसे कहा था, भाई मुझे बचा लो।
लेकिन मैं दुखी हूं कि उसे बचा नहीं सका।" पीड़िता के भाई ने कहा,
"आरोपियों को या तो मुठभेड़ में मार गिराया जाना चाहिए या फांसी देनी
चाहिए। उन्हें जिंदा रहने का अधिकार नहीं है।"
--आईएएनएस