समाज में पनप रही बुराइयों को समाप्त करने की जिम्मेदारी लें युवा-विद्यार्थी : बिक्रम ठाकुर

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 07 दिसम्बर 2019, 9:05 PM (IST)

धर्मशाला। सही शिक्षा वहीं है जो हमें देश-समाज के कल्याण और उत्थान के लिए प्रेरित करें। इसलिए अपनी पढ़ाई के साथ समाज में पनप रही हर बुराई को समाज से हटाने की जिम्मेदारी युवा विद्यार्थियों को लेनी चाहिए। उद्योग, श्रम, रोजगार व तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम ठाकुर संसारपुर ट्रैस में वशिष्ठ भारती स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि युवा-विद्यार्थी सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशा उन्मूलन अभियान के राजदूत के रूप में कार्य करें। इस दौरान स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उद्योग मंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए इक्कीस हजार रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह और 10वीं कक्षा में मेरिट में आए दस प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह एवं ग्यारह हजार रुपए की नगद राशि भेंट की। इसके अलावा उद्योग मंत्री ने विद्यालय में एक स्मार्ट क्लासरूम निर्माण करवाने की घोषणा की। विद्यालयों की भूमिका पर बोलते हुए बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा मन की बात कार्यक्रम में बताए गए प्रकल्पों पर विद्यालय गम्भीरता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि विद्यालय शिक्षकों और विद्यार्थियों के समूह बना कर स्वच्छता, प्लास्टिक मुक्त भारत और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर कार्य करें। इसके अलावा विद्यार्थियों के लिए स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रश्नोत्तरी और भाषण जैसी प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन भी करवाया जाए।
इस अवसर पर अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए बिक्रम ठाकुर ने कहा कि अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अभिभावक बच्चों से निरंतर संवाद करें और उनके पाठयक्रम पर उनसे चर्चा करें। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में पोलटेक्निक महाविद्यालय, फार्मेसी महाविद्यालय, आदर्श आइटीआइ और केंद्रीय विद्यालय के निर्माण से यह क्षेत्र शिक्षा हब के रूप में विकसित होगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा की बुनियाद जितनी मजबूत होगी, भविष्य उतना ही सुनहरा होगा। उन्होंने कहा कि बुनियादी स्तर पर गुणात्मक व आधुनिक शिक्षा सुविधा घरद्वार पर उपलब्ध करवाने के दृष्तिगत प्रदेश सरकार ने प्राथमिक पाठशालाओं मे प्री-प्राईमरी कक्षाओं की शुरूआत कर इस दिशा में एक अभिनव पहल की है।
बिक्रम ठाकुर ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन में सफलता का आधार होती है। उन्होंने अध्यापकों से आह्वान किया कि वह बच्चों को गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेने के लिए प्रेरित करें ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है और प्रदेश अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी काल में अनुशासन, परिश्रम की आदत बनानी चाहिए ताकि इसका लम्बे समय तक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए तथा उसी के आधार पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी चाहिए।
बिक्रम ठाकुर ने बच्चों से नशे से दूर रहने और रचनात्मक गतिविधियों में आगे बढ़कर भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे खुद नशे से दूर रहते हुए इसकी बुराईयों को लेकर अपने आस पास के हर व्यक्ति को जागरूक करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नशे की समस्या न केवल एक व्यक्ति को कमजोर करती है, बल्कि पूरे परिवार की खुशियों को नष्ट करती है।
बिक्रम ठाकुर ने शिक्षा एवं खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्र व छात्राओं को सम्मानित किया।
इसके उपरांत उद्योग मंत्री ने लोगों की समस्याओं को सुना। अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया और शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला परिषद् सदस्य शेर सिंह डोगरा, वीर चक्र कैप्टन सुशील शर्मा, स्कूल के प्रधानाचार्य कर्ण सिंह, विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य, स्थानीय पंचायत प्रधान सतबीर सिंह, सुरेश ठाकुर, स्कूली बच्चे, बच्चों के अभिवावक व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

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