नई दिल्ली। हाल ही हैदराबाद में 26 साल की पशु चिकित्सक से हुए गैंगरेप और हत्या का मामला लगातार गर्मा रहा है। निर्भया कांड के बाद एक बार फिर इस मामले को लेकर लोगों में आक्रोश है। वे सडक़ों पर उतर आए हैं और खूब प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो और महिला सुरक्षा को लेकर कड़ा कानून बने।
इस बीच दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल भी पीडि़ता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर मंगलवार से जंतर मंतर पर अनशन पर बैठ गईं। हालांकि उन्हें पुलिस ने ऐसा करने से रोकने की काफी कोशिश की। इससे पहले मालीवाल ने ट्वीट कर अपना गुस्सा जाहिर किया था और कहा कि वे आरोपियों को सजा दिलाने के लिए आमरण अनशन करेंगी।
उन्होंने मंगलवार को ट्वीट में लिखा कि पुलिस हमें जंतर-मंतर पे बैठने नही दे रही। रातभर पुलिस ने पूरा जंतर मंतर बैरिकेडिंग करके टेंट, माइक और टॉयलेट नही लगाने दिया। साफ बोल रहे हैं अनशन नही करने देंगे! देश में एक महिला शांति से अनशन भी नही कर सकती? केंद्र सरकार को ऐसा भी क्या डर? क्या सच में लोकतंत्र है?
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इसके बाद एक अन्य ट्वीट में मालीवाल ने कहा कि मोदीजी को पत्र। मैं आमरण
अनशन करूंगी जब तक वो अपने वादे पूरा नहीं करते। देश में पुलिस के संसाधन
जवाबदेही बढाई जाए, फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए जाएं। दिल्ली पुलिस को 66,000
पुलिसकर्मी तुरंत दिए जाएं और 45 फास्ट ट्रैक कोर्ट दिल्ली में स्थापित हो।
दोषी को हर हाल में तुरंत सजा दो!
चाहे कुछ हो जाए, पुलिस और केंद्र कितनी
भी कोशिश कर ले, मेरा आमरण अनशन हर हाल में जारी रहेगा। जब तक केंद्र पूरे
देश के लिए ऐसा सिस्टम नही बनाती की रेपिस्ट को हर हाल में 6 महीने में
फांसी हो, तब तक मैं नही उठूंगी। पहले राजघाट और फिर सीधे जंतर मंतर जा रही
हूँ। जय हिंद।