तृप्त बाजवा ने की जे.ई.ई.दाखिला टेस्ट पंजाबी मे लेने की मांग

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 01 दिसम्बर 2019, 3:54 PM (IST)

चंडीगढ़। पंजाब के उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री तृप्त राजिन्दर बाजवा ने रविवार को केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय से मांग की है कि देश का प्रतिष्ठित दाखिला टेस्ट जे.ई.ई. (मुख्य) दूसरी क्षेत्रीय भाषाओं की तरह पंजाबी भाषा में भी लिया जाए। बाजवा ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरिआल निशंक को रविवार को एक पत्र लिख कर कहा है कि यह दाखिला टेस्ट शुरू में अंग्रेज़ी, हिंदी और गुजराती भाषाओं में लिया जाता था।
परन्तु विभिन्न राज्यों की सरकारों की मांग पर केंद्रीय मंत्रालय ने यह फैसला किया है कि 2021 से यह दाखिला टेस्ट असामी, बंगाली, तामिल, कन्नड़, उर्दू, मराठी, उड़ीया और तेलुगु भाषाओं में भी लिया जाया करेगा। उन्होंने कहा कि यह बड़े ही अफसोस की बात है कि पंजाबी भाषा को इस सूची में न शामिल करके पंजाबी भाषा के साथ भेदभाव किया गया है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि जे.ई.ई. (मुख्य) दाखिला टेस्ट देश का वह प्रतिष्ठित टेस्ट है जिसके द्वारा देश के प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेजों और आई.आई.टी. संस्थाओं में इंजीनियरिंग और आर्कीटेक्चरल के दाखिले किए जाते हैं। पहले यह टेस्ट सैंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी ऐजुकेशन (सी.बी.एस.ई.) द्वारा लिया जाता था, परन्तु अब यह टेस्ट मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एन.टी.ए.) के द्वारा लिया जाता है।
बाजवा ने कहा कि अगर पंजाबी भाषा को इस टेस्ट की भाषाओं की सूची में न डाला गया तो पंजाब के सैंकड़ों विद्यार्थी देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला लेने से वंचित रह जाएंगे। इसके बिना राज्य के विद्यार्थियों को मजबूरन अंग्रेजी या हिंदी माध्यम में पढऩा पड़ेगा जो पंजाबी भाषा के विकास के रास्ते में बहुत बड़ा रोड़ा सिद्ध होगा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को जोर देकर कहा है कि पंजाबी भाषा को जे.ई.ई. (मुख्य) दाखिला टेस्ट की भाषाओं की सूची में जोडऩे के लिए तुरंत अपेक्षित कार्यवाही की जाए जिससे पंजाबी को भी अपनी उचित जगह मिल सके।

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