Maharashtra : राज्यपाल ने देवन्द्र फडणवीस को महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 22 नवम्बर 2019, 08:09 AM (IST)

मुंबई। महाराष्ट्र में आज राज्यपाल ने देवेन्द्र फडनवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई दी है। शरद पवार के भतीजे अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

अपडेट...

- एनसीपी-कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में तीनों पार्टियों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। अभी कुछ चर्चा बाकी है जो कल भी जारी रहेगी। चव्हाण ने सीएम के नाम पर कुछ भी बोलने से किया इंकार।

- मुंबई में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी की बैठक खत्म हो गई है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बैठक में महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चर्चा हुई। हमारी प्राथमिकता यह है कि सरकार पूरे 5 साल चले। सरकार की लीडरशिप को लेकर चर्चा हुई और उद्धव ठाकरे के नाम पर सहमति बन गई।

- एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा तीनों पार्टियां पांच साल सरकार चलाने को प्राथमिकता देंगी। हम देर रात या शनिवार सुबह में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। मुख्यमंत्री पद शिवसेना को ही मिलेगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकार पांच साल तक चले, लोगों की भावनाओं का सम्मान हो।

- मुुंबई के नेहरू सेंटर में कांग्रेस,एनसीपी और शिवसेना के नेताओं की बैठक शुरू हो गई है।


-केंद्रीय मंत्री नेता नितिन गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी की गठबंधन सरकार बनेगी या नहीं उन्हें अभी भी संदेह है। उन्होंने कहा कि अगर इन तीनों दलों की सरकार बन गई तो वह टिकी रहेगी या नहीं, इसपर भी संदेह है।
नितिन गडकरी ने कहा कि उन्हें कल्पना नहीं थी कि महाराष्ट्र में ऐसा होगा, उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन का आधार हिंदुत्व था और एक विचारधारा का गठबंधन था, लेकिन कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना में विचारधारा का कोई तालमेल नहीं है और इस गठबंधन का आधार सिर्फ मौकापरस्ती होगा।

-कांग्रेस नेता माणिकराव ठाकरे ने कहा है कि यह लगभग फाइनल हो चुका है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से होगा। एनसीपी ने कभी मुख्यमंत्री के पद की मांग नहीं की।
-उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपको समझना होगा कि हमने अपने पुराने दोस्त के साथ 25 साल पुराना क्यों छोड़ा, वो हमसे झूठ बोल रहे थे। आप सभी ने देखा है कि उन्होंने पिछले सालों में क्या कहा है और क्या किया है।
- सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना विधायकों को उद्धव ठाकरे ने कहा है कि पांच साल के लिए हमारा ही मुख्यमंत्री बनेगा। विधायकों ने उद्धव को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई। ठाकरे ने कहा कि उन्होंने बालासाहेब को वचन दिया था कि वह मुख्यमंत्री पद पर किसी शिवसैनिक को ही बैठाएंगे। लेकिन मैंने मुख्यमंत्री पद अपने लिए नहीं मांगा है। बैठक में विधायकों ने एक स्वर में कहा कि जनता के बीच से जो चुनकर आया, ऐसा नेता मुख्यमंत्री पद पर आसीन होना चाहिए। यह फैसला विधायकों ने उद्धव ठाकरे पर छोड़ दिया है। मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे के नाम पर ज्यादातर लोगों ने सहमति दी है यानी शिवसेना की तरफ से मुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे का नाम आगे चल रहा है।


-शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर भवान इंद्र की गद्दी भी अगर बीजेपी अब पेश करती है तो बी हम उसके साथ नहीं जाएंगे। इस बयान के साथ ही महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए सारी संभावनाएं बंद हो गई है। राउत ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में 5 सालों तक शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा।

- शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही बनेगा और पांच साल चलेगी। आज सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया जाएगा। बैठक के बाद तय होगा कब दावा किया जाए।


-कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने एक बार फिर ट्वीट कर अपनी पार्टी पर ही निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि आखिर ये तीन तिगाड़े काम बिगाड़े वाली सरकार कबतक चलेगी?

-सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र में शिवसेना की तरफ से मुख्यमंत्री होगा। देा उप मुख्यमंत्री एनसीपी और कांग्रेस के होंगे।


आपको बताते जाए कि इससे पहले गुरुवार देर रात एनसीपी चीफ शरद पवार के घर पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ पहुंचे थे। एनसीपी और शिवसेना नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक बैठक हुई थी। इस बैठक के दौरान शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने आज होने वाले ऐलान का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिए हैं।
शुक्रवार सुबह 10 बजे से मातोश्री में शिवसेना विधायकों को उद्धव ठाकरे संबोधित करेंगे। खबर आ रही है कि सभी शिवसेना विधायक अगले 5 दिनों के लिए जयपुर चले जाएंगे। इसके बाद दोपहर 2 बजे के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच आखिरी दौर की बातचीत होगी। शाम 4 बजे कांग्रेस अपने विधायक दल का नेता चुनेगी।




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आपको बताते जाए कि गुरुवार को एनसीपी सांसद सुनील तटकरे ने यह कहकर शिवसेना खेमे में सनसनी फैला दी है कि दोनों पार्टियों के विधायकों की संख्‍या में महज 2 का ही तो अंतर है। ऐसे में सरकार में 50-50 का फॉर्मूला तय होना चाहिए। एनसीपी ने सरकार गठन के लिए पहली बार खुलकर अपनी मांग रखी है। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि कांग्रेस और राकांपा ने सभी मुद्दों पर चर्चा पूरी कर ली है। पूरी एकमतता है।