मुंबई। महाराष्ट्र में राजनीतिक गर्मी बढ़ती ही जा रही है। 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से अब तक तय नहीं हो पाया है कि कौनसा दल किसके साथ मिलकर सरकार बनाएगा। हालांकि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर 50-50 के फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन पाने से भाजपा और शिवसेना अलग हो चुके हैं।
शिवसेना अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाने की जुगत में है। महाराष्ट्र में फिलहाल छह माह का राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। इस बीच सोमवार को राकांपा (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने एक बार फिर से सस्पेंस बढ़ा दिया है। आज सुबह यहां पहुंचने पर पवार ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि शिवसेना और भाजपा से पूछिए की महाराष्ट्र में कैसे सरकार बनेगी।
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उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था।
शिवसेना और भाजपा अलग हैं और हम और कांग्रेस अलग हैं, उनको उनका रास्ता तय
करना है और हमें हमारी राजनीति तय करनी है। जब पत्रकारों ने पूछा कि
शिवसेना तो कह रही है कि वह एनसीपी के साथ सरकार बना रही है तो इसके जवाब
में पवार ने उल्टा सवाल दागते हुए कहा कि अच्छा? पवार शाम पांच बजे
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मुलाकात करेंगे।