डायबिटिज के अध्ययन के लिए अनुसंधान सोसाइटी की 47वीं वार्षिक कांफ्रेंस सम्पन्न

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 10 नवम्बर 2019, 6:11 PM (IST)

जयपुर। डायबिटिज से जुड़ी बीमारियों पर चर्चा करने के लिए अयोजित चार दिवसीय ‘‘भारत में डायबिटिज के अध्ययन के लिए अनुसंधान सोसाइटी की 47वीं वार्षिक कांफ्रेंस 2019’’ (आर एस एस डी आई) सीतापुरा स्थित जयपुर प्रदर्शनी व कन्वेशन सेन्टर (जेईसीसी) में समापन हुआ। देश-विदेश के 6000 से भी अधिक विशेषज्ञों ने 7 से 10 नवम्बर तक चले इस कांफ्रेंस में अपने-अपने अनुभव साझा किये।
आयोजन सचिव, डॉ. प्रकाश केसवानी ने बताया कि इस कांफ्रेंस के दौरान 12 इंटरनेशनल विशेषज्ञों और भारत से 400 विशेषज्ञों ने कुल 4 दिन में कुल 33 सेशन लिए। इनमें टेक्नोलॉजी सेशन डायबिटीज रिवर्सल, आर एस एस डी आई गाइडलाइन फॉर पेपर राइटिंग और सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट पर स्पेशल सेशन भी रखे गए। इस दौरान 150 से अधिक रिसर्च पेपर का वाचन किया गया।

सम्मेलन के मुख्य समन्वयक, डॉ. सी.एल. नवल ने बताया कि विभिन्न सत्रों में डायबिटिज के क्षेत्र में नये अनुसन्धान, प्रयोग, डायबिटिज को रोकने व प्रभावी ढंग से इलाज पर विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही डायबिटिज के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘वॅाकथन‘ का अयोजिन किया गया जिसमें दुनिया भर के डॉक्टरों और जयपुराइट्स सहित 3000 से अधिक लोगों ने कदम से कदम मिलाए।

वैज्ञानिक सत्र के कोचेयरमैन, डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि कॉन्फ्रेंस समापन के अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार भी वितरित किए गए। जिसमें ओरल रिसर्च पेपर के लिए कोलकाता के संजय शाह को पहला पुरस्कार, अंबाला से सुरुचि जैन को दूसरा और अभिषेक पांडे और बेंगलुरु के जस्टिन को संयुक्त रूप से तीसरा पुरस्कार दिया गया। वहीं पोस्टर्स में डॉक्टर टीना राजन और डॉक्टर चंद्रशेखर को पहला पुरस्कार, विपिन तलवार और डॉ आनंद मोहक को दूसरा और जयपुर के विष्णु गुप्ता व देवाशीष गुलजायरे को तीसरा पुरस्कार दिया गया।



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