जयपुर में जुटेंगे देश-विदेश के डायबिटिज विशेषज्ञ ,आखिर क्यों, यहां पढ़ें

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 06 नवम्बर 2019, 6:12 PM (IST)

जयपुर। डायबिटिज से जुड़ी बीमारियों पर चर्चा करने के लिए देश-विदेश के विशेषज्ञ 7 - 10 नवम्बर तक चलने वाले चार दिवसीय ‘‘भारत में डायबिटिज के अध्ययन के लिए अनुसंधान सोसाइटी की 47वीं वार्षिक कांफ्रेंस 2019’’ (आर एस एस डी आई ) सीतापुरा स्थित जयपुर प्रदर्शनी व कन्वेशन सेन्टर (जेईसीसी) में अपने-अपने अनुभव साझा करेंगे। इस सम्मेलन में विभिन्न सत्रों में डायबिटिज के क्षेत्र में नये अनुसन्धान, प्रयोग, डायबिटिज को रोकने व प्रभावी ढंग से इलाज पर विस्तार से चर्चा होगी। साथ ही डायबिटिज के प्रति जयपुरवासियों को जागरूक भी कराया जाएगा। सम्मेलन के मुख्य समन्वयक, डॉ. सी. एल. नवल ने दी।

वैज्ञानिक सत्र के कोचेयरमैन, डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि ने बताया कि इस महाकुंम्भ में 12 अर्न्तराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ और भारत से लगभग 6000 से अधिक डायबिटिज के क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञ शामिल हो रहे है। कांफ्रेंस का विधीवत उद्घाटन, सम्मेलन के दूसरे दिन, 8 नवम्बर को जेईसीसी के राजपूताना हॉल में 12 से 1.30 बजे के बीच सम्मेलन के मुख्य अतिथि, राजस्थान के मुख्यमंत्री, अशोक गहलोत द्वारा किया जएगा। उद्घाटन सत्र के विशेष अतिथि, कैबिनेट मंत्री, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, राजस्थान सरकार, डॉ. रघु शर्मा होंगे

सम्मेलन के आयोजन सचिव, डॉ. प्रकाश केशवानी ने बताया कि कांफ्रेंस में मुख्य रूप से डायबिटिज के क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञ आर एस एस डी आई के प्रेसिडेन्ट, डॉ. राजीव चावला; सचिव, डॉ. बी एम मक्कड; वैज्ञानिक अध्यक्ष, डॉ. बन्सी साबू, बम्बई लीलावती अस्पताल के डॉ. शशांक जोशी और पी जी आई चन्डीगड के डॉ. अनिल भंसाली सहित कई अर्न्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डायबिटिज विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं। इन्टरनेशनल विशेषज्ञों में डॉ. एनटोनियो सैरिलियो, डॉ. जैको, डॉ. ताडेज, डॉ. कन्नूमलाई, डॉ. जिबिन ची। मुख्य रूप से इन्टरनेशनल विशेषज्ञ अमेरिका, इंग्लैण्ड, आस्ट्रिलिया, इटली, फ्रास, सिंगापुर आदि देशों से शामिल हो रहे हैं।

प्राचार्य और नियंत्रक, एसएमएस अस्पताल डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि सम्मेलन में इन्सुलिन, उपचार व जटिलताओं, टाईप-1, टाईप-2, डायबिटिज, शहरीकरण और आहार से जुड़े परिवर्तनों, प्रेगनेन्सी के समय महिलाओं में होने वाले मधुमेह पर भी सत्र आयोजित किया जायेंगे। एक विषेश सत्र आयोजित किया जा रहा है ‘डायबिटिज रिवरसल‘, जिससे डायबिटिज के मरीज 50 प्रतिशत कम हो सकते है र्सिफ लो-कौलोरी खाना खाने से और एक सत्र डायबिटिज की नई दवाईयों पर जो डायबिटिज को कन्ट्रोल करने के साथ साथ किडनी को खराब होने रोकें एव हार्ट फेलियर से बचाती है पर आधारित होगा।




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