लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी के कातिलों के और करीब पहुंच गई है। अन्य एजेंसियों के साथ काम कर रही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक इनोवा कार जब्त की है। कमलेश के कातिलों ने लखीमपुर में पलिया से शाहजहांपुर तक जाने के लिए इसे बुक किया था।
कार के ड्राइवर को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। सूत्रों के अनुसार ड्राइवर ने खुलासा किया है कि कार को उसके मालिक के एक रिश्तेदार ने गुजरात से 5000 रुपए में बुक किया था। माना गया है कि कातिल इसी कार से लखीमपुर से शाहजहांपुर गए, जहां सोमवार को एक सीसीटीवी कैमरे में उन्हें बस स्टैंड की तरफ पैदल जाते हुए देखा गया था।
एसआईटी ने सोमवार को दोनों की तलाश में कई होटलों, लॉज और मदरसों में छापेमारी की, लेकिन उन्हें नहीं पकड़ सकी। इसके अलावा आस-पास के जिलों में भी तलाशी की जा रही है और सभी आने-जाने वाले मार्गों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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दोनों कातिलों पर अलग-अलग 2.5 लाख रुपए का इनाम घोषित करने के अलावा पुलिस
ने दोनों के स्केच भी जारी कर दिए हैं। एसटीएफ के एक अधिकारी ने कहा, माना
जा रहा है कातिल नेपाल भागने की कोशिश कर सकते हैं और हम उन्हें बाहर जाने
से रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वे अभी भी शाहजहांपुर में छिपे हो सकते
हैं। पुलिस की एक टीम ने पीलीभीत जिला के शेरपुर गांव निवासी फिरोज (28)
से भी पूछताछ की है। फिरोज का कथित रूप से तिवारी हत्याकांड के एक आरोपी
राशिद से संबंध है। तिवारी की हत्या 18 अक्टूबर को लखनऊ में की गई थी।