विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर सुखना झील पर जागरूकता दौड़ का आयोजन

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 20 अक्टूबर 2019, 6:51 PM (IST)

चंडीगढ़ । विश्व स्ट्रोक दिवस के मौके पर ‘रन टू नौ स्ट्रोक’ नाम के समारोह का आयोजन करवाया गया। इस मौके पर ट्राईसिटी के स्ट्रोक न्यूरोलॉजिस्ट डा. दीपक गुप्ता सहित डा. (प्रो.) धीरज खुराना (स्ट्रोक न्यूरोलॉजिस्ट, पी.जी.आई) और डा.(प्रो.) विवेक गुप्ता न्योरो-इंटरवैंशनल रेडीयोलॉजिस्ट ने करीब 200 लोगों को स्ट्रोक सम्बन्धी जानकारी दी। इन लोगों में से ज़्यादातर सुखना झील पर दौड़ लगाने वाले लोग थे।
जानकारी के मुताबिक स्ट्रोक एक ख़तरनाक और अक्षम बनाने वाली बीमारी है और विश्व स्तर पर हर 4 व्यक्तियों में से 1 इसका शिकार हो रहा है। मैडीकल माहिरों के मुताबिक चेहरे में एक दम टेढ़ापन आना, बाज़ू या टांगों की कमज़ोरी और बोलने या बोली समझने में कठिनाई होना इसके मुख्य लक्षण माने जाते हैं। स्ट्रोक एक मैडीकल एमरजैंसी है और लक्षण के पता लगने से साढ़े चार घंटे के बीच इसका इलाज किया जा सकता है, इस समय (पहले साढ़े चार घंटे) को गोल्डन पीरियड या विंडो पीरियड कहा जाता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आज कल नई पीढ़ी में भी स्ट्रोक की समस्या सामने आ रही है। डा. दीपक गुप्ता ने स्ट्रोक से बचने के लिए कुछ सलाह दी जिनमें रोज़मर्रा की कसरत करना, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर पर नियंत्रण करना, सिग्रेट से परहेज़, पौषक भोजन करना और तनाव रहित जीवन व्यतीत करना शामिल है।
समारोह के दौरान सरकारी कॉलेज सैक्टर -11 के एन.सी.सी कैडिटों ने भाग लेने वालों की सहायता की। सरकारी कॉलेज सैक्टर -11 के ही डा. राजेश ठाकुर ड्रामैटिक क्लब की टीम की तरफ से ब्रेन स्ट्रोक पर अधारित एक नुक्कड़ नाटक भी खेला गया।

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