Ramnami Samaj : पूरे शरीर पर राम का नाम, लेकिन नहीं करते ऐसा काम, जानिए क्या है मामला

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 14 अक्टूबर 2019, 3:55 PM (IST)

छत्तीसगढ़। अापने भगवान की भक्ति और पूजा करने के बहुत से किस्से देखे और सुने होंगे। लेकिन हमारे देश में एक ऐसा समुदाय भी है जिसके पूरे शरीर पर भगवान राम का नाम तो लिखा है लेकिन ये लोग कभी भी पूजा नहीं करते है।

जी हां, हमारे देश में एक ऐसा समाज भी है जिसमें हर व्यक्ति के पूरे शरीर पर आप राम नाम लिखा देख सकते हैं, पर ये लोग कभी भी मंदिर नहीं जाते और ना ही पूजा-पाठ करते हैं।

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कहा जाता है कि यह टैटू इस समाज के लोगों के लिए एक सामाजिक बगावत की निशानी है। यहां के लोगों के मुताबिक, लगभग 100 साल पहले गांव में हिन्दुओं के ऊंची जाति के लोगों ने इस समूह के लोगों को मंदिर में घुसने से मना कर दिया। तब से यह प्रथा शुरू हुई। अपने शरीर के हर एक कोने पर राम का टैटू कराने की।

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हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के रामनामी समाजी की जो पिछले 100 साल से भी अधिक समय से इस समाज के लोग अपने शारीर के हर एक कोने में राम का नाम गोदते हैं।

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हालांकि भले ही इस समाज के लोग अपने पूरे शरीर में राम नाम का टैटू करते हैं, मगर न ही कभी यह मंदिर जाते हैं और न ही कभी यह मूर्तियों की पूजा करते हैं।

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छत्तीसगढ़ के रामनामी समाज के लोगों को रमरमिहा के नाम से भी जाना जाता है। छत्तीसगढ़ के जमगाहन जो एक बहुत ही गरीब और पिछड़ा इलाका है। वहां रहने वाले महेतर राम टंडन पिछले 50 साल से इस परंपरा को निभा रहें हैं।

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महेतर राम टंडन की उम्र 76 साल हो गई है। इनकी तरह ही पास के गांव में 75 साल की पुनई बाई इसी परंपरा को निभा रहीं हैं।

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रामनामी जाति की नई पीढ़ी के लोगों को अपने लिए कामकाज ढूंढने के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। पूरे शरीर में न सही, मगर अपने शरीर के किसी भी हिस्से में राम-राम लिखवाकर अपनी संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं।

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बता दें कि छत्तीसगढ़ के चार जिलों में इनकी संख्या ज्यादा है। आबादी तकरीबन एक लाख है और छत्तीसगढ़ के चार जिलों में रामनामी जाति की संख्या ज्यादा है। वहीं सभी में टैटू बनवाने की परंपरा एक आम बात है।

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