चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने मिलकर कार्य करने की इच्छा PM मोदी से जताई और ये कहा...

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 12 अक्टूबर 2019, 07:58 AM (IST)

महाबलीपुरम। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शुक्रवार को करीब 5 घंटे तक बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाबलीपुरम में शानदार इंतजाम के लिए तमिलनाडु सरकार का धन्यवाद दिया।

विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी शानदार स्वागत और इंतजाम की तारीफ करते हुए शानदार व्यवस्था के लिए राज्य सरकार की सराहना की है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग स्वागत से अभिभूत हो गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति के साथ पुराने संबंधों पर चर्चा करते हुए तमिलनाडु और चीन के बीच, विशेषकर मफू कियान और ममल्लापुरम के बीच व्यापारिक संबंधों की जानकारी दी।

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पीएम ने शी जिनपिंग को महाबलीपुरम विश्व धरोहर स्थल के महत्व के बारे में बताया । विदेश सचिव गोखले के अनुसार लगभग ढाई घंटे तक चली चर्चा के दौरान दोनों नेताओं के बीच विजन, सरकार की प्राथमिकताओं के साथ ही आर्थिक विषयों पर भी बात भी हुई। जिनपिंग ने जनादेश का जिक्र किया और मिलकर कार्य करने की इच्छा जताई। विदेश सचिव ने बताया कि दोनों देशों के बीच आपसी संबंध, आतंकवाद और व्यापार जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने जिनपिंग को चेन्नई से लगभग 60 किमी दूर स्थित प्रसिद्ध मूर्तिकला शहर महाबलीपुरम में तीन महत्वपूर्ण स्मारकों की वास्तुकला और महत्व के बारे में विस्तार से बताया।

इस दौरान मोदी पारंपरिक तमिल परिधान 'विष्टी' (सफेद धोती), आधी बांह की सफेद कमीज के साथ ही अंगवस्त्रम (अंगोछा) कंधे पर रखे नजर आए। मोदी ने दूसरे अनौपचारिक भारत-चीन शिखर सम्मेलन के लिए महाबलीपुरम पहुंचे शी का स्वागत किया। इस दौरान शी सफेद कमीज और काली पतलून पहने हुए थे।

मोदी अर्जुन के तपस्या स्थल के पास शी से मिले और उन्हें चट्टान काटकर बनाए गए भव्य मंदिर के अंदर ले गए। मंदिर में प्रवेश करने के बाद मोदी चीनी नेता को यहां की नक्काशी और पारंपरिक सभ्यता व संस्कृति के बारे में बताते हुए देखे गए।