वॉशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक सुस्ती को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में आर्थिक सुस्ती देखी जा रही है, इसके कारण 90 फीसदी देशों की विकास की रफ्तार धीमी रहेगी। तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के कारण भारत में सबसे ज्यादा इसका असर देखा जाएगा।
जॉर्जिवा ने आगे कहा कि उभरते बाजार वाले कुछ देशों, जैसे भारत और ब्राजील में इस साल मंदी अधिक स्पष्ट होगी। चीन की विकास दर कई वर्ष तक तेजी से बढ़ने के बाद अब लगातार घटती जा रही है। उन्होंने कहा कि शोध दिखाते हैं कि व्यापार विवादों का प्रभाव व्यापक है और देशों को अर्थव्यवस्था में नकदी डालने के साथ एकरूपता से प्रतिक्रिया करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
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जॉर्जिवा ने आगे कहा कि दुनिया की अर्थव्यवस्था के सामने एक और बड़ी
चुनौती जलवायु परिवर्तन है। इसके समाधान के लिए उन्होंने कार्बन कर बढ़ाने
का आह्वान भी किया।
जॉर्जिवा ने कहा कि दुनिया की 90 फीसद अर्थव्यवस्था के 2019 में मंदी के चपेट में आने की आशंका है।