चिन्मयानंद पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का यू टर्न, हर तरह से साथ देने का वादा

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 07 अक्टूबर 2019, 8:02 PM (IST)

प्रयागराज। शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज की छात्रा से रेप और यौन शोषण मामले में पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद जेल में बंद हैं। स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने चिन्मयानंद को उनके शाहजहांपुर के आश्रम से गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने चिन्मयानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस बीच चिन्मयानंद को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का साथ मिल गया है। परिषद ने सोमवार को यू-टर्न लेते हुए चिन्मयानंद की वकालत की है।

परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि हम स्वामी चिन्मयानंद का हर तरह से साथ देंगे। चिन्मयानंद के साथ अन्याय हुआ है। ऐसे में परिषद उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकती। इस मामले की आड़ में साधु-संतों को बदनाम करने और उनकी छवि को बिगाडऩे की बड़ी साजिश रची जा रही है। पीडि़त लडक़ी की भूमिका भी संदिग्ध है और ऐसा लग रहा है कि नशीली दवा खिलाकर चिन्मयानंद को फंसाने की साजिश की गई है।

पीडि़ता और उसके साथियों का वीडियो सामने आने के बाद ये पूरी तरह से साफ हो गया है कि चिन्मयानंद से रंगदारी मांगी गई है। अब परिषद की 10 अक्टूबर को हरिद्वार में होने वाली बैठक में चिन्मयानंद के निष्कासन की कार्रवाई नहीं की जाएगी, बल्कि हम उनका इस लड़ाई में पूरा साथ देंगे। परिषद की ओर से कानूनी सहायता मुहैया कराए जाने के सवाल पर महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि चिन्मयानंद खुद सक्षम हैं।


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इससे पहले 21 सितंबर को नरेंद्र गिरी ने कहा था कि चिन्मयानंद द्वारा किया गया कृत्य बेहद शर्मनाक और निंदनीय है जिससे साधु-संतों की भी बदनामी हो रही है। चिन्मयानंद ने गलती मान ली है, लेकिन कानून के मुताबिक जो पाप उन्होंने किया है उसकी सजा तो उन्हें भुगतनी ही पड़ेगी। जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आएगा और वे निर्दोष साबित नहीं होंगे तब तक वे संत समाज से निष्कासित रहेंगे।