श्रीनगर। भारतीय सुरक्षा बलों ने सिंध घाटी के गुरेज सेक्टर में घुसपैठ करने वाले दो आतंकवादियों को मार गिराया है।पाकिस्तान ने आतंकवादियों को भेजने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन सुरक्षा बलों की चौकस निगरानी के कारण उसे हर बार मुंह की खानी पड़ी है।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों के घुसपैठ की यह घटना 27 सितंबर और 3 अक्टूबर को हुई। उन्होंने बताया कि पिछले कई सालों से सिंध घाटी शांत थी और यहां पर अंतिम आतंकवाद निरोधक अभियान अगस्त 2013 में चलाया था। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के हर तरफ से आतंकवादियों की घुसपैठ कराकर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयास में जुटा हुआ है। इससे घाटी के स्थानीय लोग दहशत में हैं और उन्हें यह डर सता रहा है कि पाकिस्तानी आतंकियों के हाथों उनकी जान जा सकती है।
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सेना के सूत्रों ने बताया कि ग्रेनेड लॉन्चर के साथ दो
आतंकवादियों का आना क्षेत्र के लिए चिंताजनक बात है। इस इलाके में जिप्सी
समुदाय के लोग रहते हैं और अखरोट तथा अन्य प्राकृतिक जड़ी बूटियों से अपना
घर चलाते हैं। गांदरबल और कारगिल पुलिस खाड़ी के एक देश में रहे रहे एक
व्यक्ति को किए गए फोन कॉल की जांच कर रही हैं। पुलिस ने ऐसा तब किया जब
एक स्थानीय परिवार ने एक आतंकी के शव का दावा किया।
जम्मू-कश्मीर
के एक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों के पास से वायरलेस
वीएचएफ सेट बरामद हुआ है जो यह दर्शाता है कि वे लोग पाकिस्तान में बैठे
अपने आका के साथ संपर्क में थे। सुरक्षा एजेंसियां इस बात से सकते हैं कि
एक परिवार ने एक आतंकी के शव का दावा किया था। हम नमूनों की डीएनए जांच कर
रहे हैं। हमें यह भी बताया गया है कि इस परिवार को सऊदी अरब से किसी ने
अलर्ट किया था। हम उस व्यक्ति का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।