झांसी।
देश में शिक्षा के विकास के लिए सरकार की बड़ी-बड़ी योजनाएं चल रही हैं।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकार स्कूलों की बेहतरी के लिए करोड़ों के फंड
जारी करती है। यह फंड नए स्कूल बनाने और पुरानों को रिपेयर करने पर भी खर्च
किए जाते हैं, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि देश में एक स्कूल ऐसा भी
है जिसको देखकर इसे देश का अजूबा कहा जाता है। दरअसल, उत्तरप्रदेश के झांसी
के नझाई में एक ऐसा स्कूल है जो सिर्फ 3 फीट की एक छोटी सी जगह में चलता
है।
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह संभवत देश का पहला स्कूल होगा जहां 3
फीट पर बने इस स्कूल में मैडम खड़े होकर पढ़ाती भी हैं और बच्चे जमीन पर
बैठकर पढ़ते भी हैं। छोटे से इस स्कूल में एक सहायक टीचर है तो एक
शिक्षामित्र है।
उन्होंने बताया कि स्कूल के जर्जर होने से पहले यहां करीब
500 बच्चे पढ़ते थे। लेकिन जब स्कूल गिरासू हो गया तो बच्चों की संख्या भी
घट गई। अब स्कूल में 22 बच्चों का नामांकन है। जबकि आते सिर्फ 10 से 12
बच्चे ही हैं। अब कैसे पढ़ते होंगे यह हमारे और आपके सोचने की बात है,
लेकिन यह स्कूल लगातार चल रहा है।
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दूर-दूर से स्कूल को लोग आते हैं देखने...
अजूबा होने के
चलते लोग इस स्कूल को देखने के लिए भी आते हैं। मजे की बात यह है कि बेसिक
शिक्षा विभाग के अधिकारी समय-समय पर इस स्कूल का निरीक्षण करने भी जाते
हैं। यहां मिड-डे-मील भी बनता है। बच्चों को किताब और ड्रेस भी बांटी जाती
है। वहीं आसपास रहने वाले लोगों को कहना है कि यह स्कूल क्या है एक गली सी
है।
50 साल से चल रहा है यह स्कूल...
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50 साल से चल रहा है यह स्कूल...
स्कूल के पड़ोस में रहने वाले
लोग बताते हैं कि यह स्कूल बीते 50 साल से चल रहा है, लेकिन पहले यह ऐसा
नहीं था। धीरे-धीरे इस स्कूल पर कब्जा होता चला गया और स्कूल छोटा हो गया।
हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों का इस संबंध में यह कहना है कि स्कूल
की बिल्डिंग को लेकर बिल्डिंग मालिक से विवाद चल रहा है। उसी के चलते स्कूल
की यह हालत हुई है। अब जब केस चल रहा है तो बिल्डिंग को ऐसे खाली भी नहीं
छोड़ सकते। बेशक अधिकारियों का तर्क जो भी हो, लेकिन इसका खामियाजा वहां
पढऩे वाले छोटे-छोटे बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।
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