नई दिल्ली। बॉलीवुड में 100 करोड़ के क्लब को लेकर आए दिन चर्चा होते रहती है, जिसका प्रदर्शन करना बॉलीवुड को काफी रास आता है और फिर जो वास्तविक सफलता होती है, उसका आंकलन फिल्म की कमाई से की जाने लगती है। बॉलीवुड के शौकीन अक्सर दोनों को मिलाते हैं, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि बॉक्स-ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये का फायदा होना जरूरी नहीं है। जरूरी है कि कम लागत में अधिक फायदा कैसे हो।
यहीं पर समकालीन बॉलीवुड की छोटी फिल्में मार खा जाती हैं। छोटी फिल्म की बढ़ती सफलता, हाल के दिनों में कई बड़े दिग्गजों द्वारा बराबर प्रदर्शन करने के कारण आपके निवेश के अनुसार लाभप्रद साबित होती है। इसका इस बात से कोई लेना देना नहीं होता है कि वह 100 करोड़ की लागत से बनी है या 200 करोड़ की।
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उदाहरण के लिए आयुष्मान खुराना की नई फिल्म 'ड्रीम गर्ल' को लें। व्यापार
वेबसाइट कोईमोई डॉट कॉम आपको बताएगा कि यह प्रभास की बड़ी फिल्म 'साहो' की
तुलना में कम कमाई कर सकती है, लेकिन निर्माताओं के लिए यह अधिक लाभदायक
साबित होगी। पहले सप्ताह के अंत में, 'ड्रीम गर्ल' ने घरेलू बॉक्स-ऑफिस पर
72.2 करोड़ रुपये की कमाई की है, जबकि फिल्म का बजट करीब 30 करोड़ ही है,
जबकि इसके निर्माताओं को 42.2 करोड़ रुपये के निवेश (आरओआई) पर रिटर्न मिला
है।
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इसकी तुलना में कई भाषाओं में रिलीज हुई 'साहो' का बजट करीब
350 करोड़ रुपये था, जिसके मुकाबले फिल्म ने अब तक 424 करोड़ रुपये की कमाई
की है। इसका आरओआई मार्जिन अब तक 112.14 फीसदी है।
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उदाहरण और भी
है, यह साबित करने के लिए कि कैसे छोटी फिल्म बॉलीवुड निर्माताओं के लिए
फायदेमंद साबित हो रही है। 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' इस साल की अब तक की
सबसे अधिक फायदेमंद फिल्म रही है, 'कबीर सिंह' से भी आगे, जबकि यह साल की
सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर है। कमाई करने और लाभ कमाने के बीच में एक अंतर है,
जिसे आप दो फिल्मों की तुलना कर जान सकते हैं। 'कबीर सिंह' ने भारतीय
बॉक्स-ऑफिस पर 60 करोड़ रुपये के अनुमानित बजट के साथ 278.24 रुपये की कमाई
की, इस प्रकार इसके उत्पादकों के लिए निवेश (आरओआई) पर 363.73 प्रतिशत
रिटर्न दर्ज किया गया। फिल्म काफी सफल रही, लेकिन प्रतिशत के लिहाज से
'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' से कम है, जिसने मात्र 25 करोड़ रुपये के बजट के
साथ, 244.06 रुपये की घरेलू कमाई की है - जिसका अर्थ है कि इसका आरओआई
मार्जिन शानदार 876.24 प्रतिशत है।
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एक अन्य उदाहरण हम 'लुका छिपी' को ले सकते हैं। 'लुका छिपी' ने करीब 25 करोड़ रुपये के बजट के मुकाबले 94.15 रुपये कमाकर अपने निर्माताओं के लिए 276.6 प्रतिशत आरओआई मार्जिन अर्जित किया।
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'आर्टिकल 15', 30 करोड़ रुपये से कम के बजट में बनी, लेकिन फिर भी इसने भारतीय बॉक्स-ऑफिस पर 63 करोड़ रुपये की कमाई की है।
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अक्षय
कुमार की स्व-निर्मित 'मिशन मंगल' का निर्माण कथित रूप से 32 करोड़ रुपये
के बजट में हुआ था। यह अक्षय कुमार के मानकों के हिसाब से एक छोटी फिल्म
है, लेकिन विडंबना यह है कि ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह अब तक की
उनकी सबसे बड़ी हिट बन जाएगी। फिल्म ने घरेलू बॉक्स-ऑफिस पर 200.16 करोड़
रुपये कमाए हैं और विदेशों में भी जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है। फिल्म को
पहले ही 344.8 प्रतिशत का रिटर्न मिल चुका है।
गणित सरल है: बजट जितना अधिक होगा, लाभ उतना ही कम होगा। (आईएएनएस)
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