ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बहुआयामी प्रयास किये जायंगे - उपमुख्यमंत्री

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 11 सितम्बर 2019, 6:51 PM (IST)

जयपुर । प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि प्रदेश की ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध, सामाजिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु बहुआयामी प्रयास किये जायेगें ताकि वे परिवार व समाज के साथ-साथ प्रदेश व देश के विकास की धुरी बन सकें।

पायलट बुधवार को राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् की राज्य परियोजना प्रबन्धन ईकाई के तत्वावधान में चौपाल ग्रामीण प्रशिक्षण संस्थान में स्वंय सहायता समूह उत्पाद विक्रय के लिए प्रथम ’’चौपाल राजीविका स्टोर’’ एवं ’’गांधी ज्ञान केन्द्र’’ का उद्धाटन करने के पश्चात्त प्रदेश के समस्त जिलों से आई स्वंय सहायता समूहों, महिला संगठनों के पदाधिकारियों एवं सखियों को संबोधित कर रहे थे।

चौपाल राजीविका स्टोर में प्रदर्शित ग्रामीण महिला स्वंय सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों का अवलोकन करने के पश्चात्त श्री पायलट ने कहा कि यदि ग्रामीण महिलाओं को सही मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण दिया जाये तो उनकी रचनात्मकता का उपयोग न केवल रोजगार के वैकल्पिक स्त्रोत विकसित करने में किया जा सकता है बल्कि ग्रामीण जीवन को समृद्व एवं खुशहाल बनाने में किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि ’’चौपाल राजीविका स्टोर’’ की शुरूआत प्रदेश की ग्रामीण महिलाओं के स्वंय सहायता समूहों द्वारा तैयार विभिन्न उत्पादों के विक्रय के लिए बिचौलिया मुक्त विस्तृत बाजार उपलब्ध करवाने व उनके उत्पादों का सही मूल्य दिलवाने के लिए की गई है।

पायलट ने कहा कि प्रदेश में एक लाख 32 हजार महिला स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं। राज्य सरकार का प्रयास रहेगा कि इन महिला स्वंय सहायता समूहों के द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों की संख्या व गुणवत्ता में और बढ़ोतरी हो ताकि इनके द्वारा तैयार उत्पाद बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के मुकाबले में लाकर विश्व स्तर पर पहचान दिलाने व इन्हें मिलने वालीे सुविधाओं, ऋण व साख सुविधाओं का विस्तार एवं उत्पाद को बढावा देने के लिए राज्य सरकार हर संभव कदम उठायेगी।

उन्होंने कहा कि देश में केरल व राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से खासा महत्व रखते हैं एवं राज्य में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक आकर्षक हस्तकला उत्पादों को खरीदना पसन्द करते हैं ऎसे में जयपुर में चौपाल राजीविका स्टोर खुलने से उन्हें सही कीमत पर हस्तकला उत्पाद मिल सकेंगे व इससे प्रदेश की पर्यटन मानचित्र पर ओर अच्छी पहचान बनेगी।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ’’चौपाल राजीविका स्टोर’’ के सफल संचालन के पश्चात्त महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिये जिला स्तर पर भी इसी प्रकार के राजीविका स्टोर खोलने के लिए प्रयास किये जाएंगे जिनमें स्वयं महिलाएं अपने उत्पाद का विक्रय कर जीविकापार्जन कर सकेगी व अपने परिवार को आर्थिक दृष्टि से समृद्ध कर सकेंगी।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजीविका के माध्यम से प्रदेश की ग्रामीण महिलाओें के सशक्तिकरण की दिशा मेें अभिनव प्रयास किये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के स्वंय सहायता समूह प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में चलाये जा रहे हैं उसी तर्ज पर शहरों की कच्ची बस्तियों में रहने वाली महिलाओं के आर्थिक उत्थान के लिये समूह बनाने पर भी ध्यान देना होगा।

अतिरिक्त मुख्य सचिव,ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज एवं स्टेट मिशन हैड राजीविका राजेश्वर सिंह ने चौपाल राजीविका स्टोर की शुरूआत की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि प्रदेश में राजीविका के तहत संचालित महिला स्वंय सहायता समूहों के द्वारा निर्मित हस्तशिल्प एवं हस्तकला के विभिन्न बेहतरीन उत्पादों के एक ही छत के नीचे प्रदर्शन व विक्रय की व्यवस्था की गई है ताकि उन्हें उत्पाद का सही मूल्य मिल सके, व उन्हें आर्थिक संबल और प्रोत्साहन मिल सके।

सिंह ने कहा कि चौपाल राजीविका स्टोर में हस्तशिल्प व हस्तकला के बेहतरीन उत्पाद बाजार से कम कीमत पर उपलब्ध हो सकेंगे।

उन्होंने कहा कि जयपुर स्थित चौपाल ग्रामीण प्रशिक्षण संस्थान में स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) एवं राजीविका के तहत संचालिता महिला स्वंय सहायता समूहों की प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण लेने आती हैं। प्रशिक्षण के दौरान वे अपने अतिरिक्त समय का उपयोग गांधी ज्ञान केन्द्र में संचालित पुस्तकालय एवं वाचनालय में ग्राम विकास, कौशल विकास, हस्तकला, शिल्प कला, साहित्य, चित्रकला संबधी पुस्तकों का अध्ययन कर अपनी सृजनात्मक क्षमता में वृद्वि कर सकेगीं साथ ही केन्द्र में विभिन्न महापुरूषों से संबधित साहित्य का अध्ययन कर अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित हो सकेगीं।



इस अवसर पर आयुक्त मनरेगा पी.सी. किशन, विशिष्ठ शासन सचिव, ग्रामीण विकास के.सी. मीणा, मुख्य कार्यकारी जिला परिषद् जयपुर डॉ. भारती दीक्षित, अतिरिक्त आयुक्त, ईजीएस विश्राम मीणा, राज्य परियोजना निदेशक जयसिंह मेड़तिया सहित ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारी एवं राजीविका के राज्य एवं जिला स्तर के प्रबन्धक एवं कर्मचारी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे