भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh ) में भारी बारिश होने से इन इलाकों में बाढ़ की स्थितियां बन गई हैं। घर पानी में डूब गए हैं तो लोगों को रेस्क्यू कराने का काम तेजी से चल रहा है। करीब 11 जिलों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ का ज्यादा असर है, वहीं 32 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बारिश की स्थिति को देखते हुए भोपाल, मंडला, सिवनी जिलों के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। प्रशासन ने जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद और हरदा सहित अन्य इलाकों में अलर्ट जारी किया है। भोपाल में दो लोगों की मौत हो गई। मध्य प्रदेश के हरदा जेल में बाढ़ का पानी घुस गया है। दो बैरक खाली कराए गए हैं।
मंडला जिले में रिकॉर्ड 134 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। सीहोर में पार्वती नदी उफान पर है। मध्यप्रदेश बारिश से बेहाल हो रहा है। 15 जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई हैं। वहीं मौसम विभाग ने तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। बाढ के हालात बने हुए हैं। रिहायशी इलाकों में सडकें दरियां का रूप धारण कर चुकी हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बारिश की वजह से जबलपुर में नर्मदा नदी पर बना बरगी बांध पानी से झलकने को
तैयार है। इस कारण बांध के 21 गेट खोल दिए गए। पूरे मध्य प्रदेश में अगले
3-4 दिनों तक बारिश की चेतावनी है। भोपाल समेत कई जिलों में में आज
स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य
के कई हिस्सों में हुई जोरदार बारिश के कारण जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो
रहा है। बारिश के कारण निचली बस्तियों में पानी भर गया है, और आवागमन
प्रभावित हुआ है।
मंत्री शर्मा ने पंचशील नगर, नया बसेरा, राजीव नगर तथा अन्य गरीब बस्तियों का दौरा किया।
जनसम्पर्क
मंत्री शर्मा ने कलेक्टर और नगर निगम अमले को निर्देश दिए कि "लगातार
बारिश को ध्यान में रखते हुए कंट्रोल-रूम को 24 घंटे चालू रखें। जल-भराव
वाले क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
राज्य में
भारी बारिश के चलते बांध लबालब हो गए और निकासी के लिए गेट खोल दिए हैं।
जबलपुर में बरगी बांध का जलस्तर बढ़ने पर 21 गेट खोलकर पानी की निकासी कर
दी गई। इस मौके पर पुलिस और प्रशासन ने नर्मदा नदी किनारे की बस्तियों के
निवासियों को सतर्क कर दिया है।छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा के हर्रई बस्ती में
पानी घुस गया है।