रबी की संभावित बुवाई के फसलवार आंकड़ों के अनुसार माहवार उर्वरक प्लान बनाएं : अतिरिक्त मुख्य सचिव

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 03 सितम्बर 2019, 5:18 PM (IST)

जयपुर। कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल ने कहा कि अधिकारी आगामी रबी सीजन के लिए जरूरी उर्वरकों की मात्रा का निर्धारण धरातलीय परिस्थितियों के अनुसार वास्तविक आंकलन कर करें। उन्होंने प्रत्येक जिले को हर माह आवश्यक उर्वरक के अनुसार प्लान तैयार करने के निर्देश दिए ताकि पूरी सीजन के दौरान काश्तकारों को उर्वरक को लेकर कोई दिक्कत नहीं हो।

गोयल मंगलवार को शासन सचिवालय में मुख्यमंत्री की उर्वरकों संबंधी बजट घोषणा की क्रियान्विति सुनिश्चित करने एवं आगामी रबी सीजन में उर्वरकों की उपलब्धता की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में बरसात अच्छी हुई है और अभी भी कई स्थानों पर बारिश हो रही है। इससे छोटे-बड़े बांध भर गए हैं, जल स्रोत रिचार्ज हुए हैं और भूमि में नमी बढ़ी है। परिणामस्वरूप रबी फसलों की बुवाई का रकबा बढ़ना तय है। इसलिए अधिकारी इन धरातलीय वास्तविकताओं एवं किसान की सोच को मध्यनजर रखते हुए संभावित बुवाई के फसलवार आंकड़े एकत्रित करें और उसी के अनुसार उर्वरकों की आवश्यकता का प्रस्ताव तैयार करें ताकि किसानों के लिए समुचित उर्वरकों की व्यवस्था की जा सके।

गोयल ने कृषि खण्ड संयुक्त निदेशकों से जिलेवार संभावित बुवाई तथा उर्वरकों की उपलब्धता एवं आवश्यकता की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि संयुक्त निदेशक फील्ड अधिकारियों से चर्चा कर प्रत्येक जिले की संभावित फसलवार बुवाई, उर्वरकों की मांग एवं उपलब्ध स्टॉक की फाइनल रिपोर्ट बुधवार सायं तक भिजवाएं। फिर उसी के अनुसार उर्वरकों की मांग के प्रदेश स्तरीय प्लान को अंतिम रूप दिया जाएगा।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री की उर्वरकों संबंधी बजट घोषणा की क्रियान्विति के लिए राजफेड की ओर से तैयार प्लान की प्रगति की समीक्षा कर अग्रिम भण्डारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सहकारिता रजिस्ट्रार नीरज पवन ने कहा कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसार 15 अक्टूबर तक दो लाख मैट्रिक टन यूरिया एवं एक लाख मैट्रिक टन डीएपी उर्वरकों का अग्रिम भण्डारण सुनिश्चित कर लिया जाएगा।

संयुक्त निदेशक कृषि (आदान) डॉ. आरजी शर्मा ने पिछले पांच साल में रबी सीजन की बुवाई, उर्वरक उपभोग, औसत उपभोग एवं इस वर्ष संभावित उर्वरक उपभोग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछली रबी सीजन में 90 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई तथा 12.11 लाख मैट्रिक टन यूरिया एवं 2.66 लाख मैट्रिक टन डीएपी का उपभोग हुआ। फील्ड अधिकारियों ने बुवाई में बढ़ोतरी होना बताया है।

बैठक में कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश, कृषि विभाग के संयुक्त शासन सचिव एसपी सिंह, कृषि (विस्तार) खण्डों के संयुक्त निदेशक, मैसर्स इफको, कृभको एवं आईपीएल के राज्य प्रतिनिधि सहित कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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