अपाचे के 8 और हेलीकॉप्टर हुए हमारे बेड़े में शामिल, वायुसेना हुई ज्यादा मजबूत

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 03 सितम्बर 2019, 11:02 AM (IST)

पठानकोट। दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक अपाचे हेलीकॉप्टर (Apache Helicopter) की एक और खेप भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन गई है। मंगलवार सुबह वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर 8 एएच-64ई अपाचे हेलीकॉप्टर को भारतीय बेड़े में शामिल कराया गया।

इसी पठानकोट एयरबेस पर वर्ष 2016 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला किया था। गौरतलब है कि 60 फुट ऊंचे और 50 फुट चौड़े अपाचे हेलीकॉप्टर को उड़ाने के लिए 2 पायलट जरूरी हैं। इसके बड़े विंग को चलाने के लिए 2 इंजन होते हैं, जिससे इसकी रफ्तार बहुत ज्यादा होती है। 2 सीटर इस हेलीकॉप्टर में हेलिफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें हैं। इसमें एक सेंसर भी है, जिससे हेलीकॉप्टर रात में भी ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है।

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इसकी अधिकतम स्पीड 280 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके अलग डिजाइन के कारण रडार पर पकडऩा मुश्किल होता है। अमेरिका निर्मित यह हेलीकॉप्टर दुनिया का सबसे एडवांस मल्टी रोल कॉम्बेट हेलीकॉप्टर है। सितंबर 2015 में भारत-अमेरिका के बीच डील हुई थी, जिसके तहत हमें 22 हेलीकॉप्टर मिलेंगे। भारत को 27 जुलाई को भी 4 हेलीकॉप्टर मिले थे। अपाचे जमीन से होने वाले हर हमले का जवाब दे सकता है।

यह हथियारों से लैस दुश्मनों की मौजूदगी का पता लगाने के साथ उन्हें लेजर गाइडेड हेलफायर मिसाइल, हाइड्रा-70 एंटी ऑर्मर रॉकेट और 30 मिमी गन से नेस्तनाबूद कर सकता है। बोइंग ने अब तक दुनियाभर में अपने ग्राहकों को 2200 अपाचे प्रदान किए हैं। अपाचे का चयन करने वाला भारत दुनिया का 14वां देश है। एएच-64ई में नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है।