गुवाहाटी। असम में बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची शनिवार को ऑनलाइन जारी कर दी गई। एनआरसी में शामिल होने के लिए 3 करोड़ 30 लाख 27 हजार 661 लोगों ने आवेदन किया था। एनआरसी की सूची में 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार 4 लोगों को शामिल किया गया है, जबकि 19 लाख 6 हजार 657 लोगों को सूची से बाहर रखा गया है।
अब इस पर भी खूब सियासत हो रही है। प्रदेश भाजपा ने फाइनल एनआरसी लिस्ट पर असंतोष जताते हुए राष्ट्रीय स्तर पर नागरिक रजिस्टर की मांग की है। असम भाजपा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने कहा कि एनआरसी की अंतिम सूची में आधिकारिक तौर पर पहले बताए गए आंकड़ों की तुलना में बाहर किए गए लोगों की बहुत छोटी संख्या बताई गई है।
हम केंद्र और राज्य सरकारों से राष्ट्रीय स्तर पर एनआरसी तैयार किए जाने की अपील करेंगे। पार्टी लिस्ट से बाहर किए गए लोगों द्वारा विदेशी न्यायाधिकरण (एफटी) में अपील किए जाने की प्रक्रिया और मामलों के फैसलों पर करीबी नजर रखेगी। भाजपा की सहयोगी असम गण परिषद ने भी लिस्ट से बाहर हुए लोगों की संख्या पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह आंकड़ा और ज्यादा होना चाहिए था।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस ने लिस्ट पर चिंता जताते हुए कहा है कि मौजूदा स्थिति से राज्य का
हर वर्ग नाराज है और असल नागरिकों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित होनी
चाहिए। एनआरसी की अंतिम सूची आने के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया
गांधी के आवास पर इस मुद्दे को लेकर बैठक हुई जिसमें पश्चिम बंगाल और
पूर्वोत्तर से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद
पार्टी के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश के वास्तविक नागरिकों
के हितों की रक्षा होनी चाहिए और उन्हें एनआरसी में शामिल किया जाना
चाहिए। वरिष्ठ नेता और असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने आरोप लगाया
कि सत्तारूढ़ बीजेपी स्वतंत्र और निष्पक्ष एनआरसी सुनिश्चित करने में नाकाम
रही है, जबकि पूरा सरकारी तंत्र इस काम में लगा हुआ था।
मैं एनआरसी के
प्रकाशित होने के तरीके से भी खुश नहीं हूं जिसमें वास्तविक भारतीय
नागरिकों के नाम छूट गए और विदेशियों के शामिल कर लिए गए। उल्लेखनीय है कि
20वीं सदी की शुरुआत से ही बांग्लादेश से अवैध घुसपैठियों की समस्या से जूझ
रहा असम अकेला राज्य है जहां पहली बार 1951 में राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण
तैयार किया गया था।