बच्चों में अनुशासन होना बहुत जरूरी, भविष्य में बन सकें जिम्मेदार नागरिक : राज्यपाल

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 28 अगस्त 2019, 6:37 PM (IST)

शिमला। राज्यपाल कलराज मिश्र ने विद्यार्थियों के शारीरिक व बौद्धिक विकास के लिए योग की महता पर बल दिया है। उन्होंने लड़कियों में आत्म-सुरक्षा की भावना विकसित करने के लिए विभिन्न गतिविधियां संचालित करने पर भी बल दिया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में स्वः अनुशासन की भावना पैदा करने पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

राज्यपाल, आज राजभवन में हिमाचल प्रदेश भारत स्काउट एण्ड गाइड के राज्य मुख्य आयुक्त व निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. अमरजीत शर्मा तथा अन्य पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी के सदस्यों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने राज्यपाल को भारत स्काउट एण्ड गाइड का स्कार्फ पहनाकर सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर, कलराज मिश्र ने कहा कि स्काउट एण्ड गाइड युवाओं के संपूर्ण शारीरिक व बौद्धिक विकास में योगदान दे रहा है। यह विद्यार्थियों में छिपे गुणों को उभारने में मदद करता है तथा बहुआयामी कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों का समग्र विकास सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति में सकारात्मक सोच विकसित करने में हिमाचल प्रदेश भारत स्काउट एण्ड गाइड को महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए।

राज्यपाल ने कहा कि एचपीबीएसजी इस बात पर विशेष ध्यान दे कि उनसे जुड़े विद्यार्थियों का कौशल विकास किस तरह हो सकता है और उनमें विकास की दृष्टि से क्या आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बच्चों में आपदा प्रबंधन के प्रति भी जागरूकता व प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों में अनुशासन होना बहुत जरूरी है और यह कैसे स्थापित किया जाए, इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में ही बच्चों को पता होना चाहिए कि उसके लिए क्या करना जरूरी है और क्या नहीं, जिससे वह भविष्य में एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें।

उन्होंने कहा कि बच्चों को आरम्भिक स्तर पर ‘कीप स्माइलिंग’, दूसरे चरण में ‘डूइंग बेस्ट’, तीसरे स्तर पर ‘बी-प्रिपेयर्ड’ और अंतिम चरण में सेवा भाव का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।

हिमाचल प्रदेश भारत स्काउट एण्ड गाइड के राज्य मुख्य आयुक्त व निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. अमरजीत शर्मा ने राज्यपाल को प्रदेश स्तर पर कार्यान्वित की जा रही गतिविधियों व प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने राज्य में 40 हजार से अधिक विद्यार्थी स्कूल व काॅलेज स्तर पर इस अभियान से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष से लेकर 25 वर्ष की आयु वर्ग तक विद्यार्थी इससे जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि स्काउट एण्ड गाइड की गतिविधियों के लिए बच्चों को अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ता है और मण्डी जिले के रिवाल्सर में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया गया है।

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