नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को भी रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई जारी है। इस मामले में हफ्ते में पांच दिन होने वाली सुनवाई सोमवार को नहीं हो पाई थी। 6 अगस्त से इसकी नियमित सुनवाई हो रही है। आज रामलला विराजमान के वकील सीएस. वैद्यनाथन ने एक बार फिर दलीलें पेश कीं।
वैद्यनाथन बोले कि मुस्लिम पक्ष ने पहले कहा था कि जमीन के नीचे कुछ नहीं था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि जो ढांचा मिला है वह इस्लामिक ढांचा है। पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक भूमि के नीचे मंदिर था। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी इस रिपोर्ट पर भरोसा किया है।
12वीं शताब्दी में साकेत मंडल का राजा गोविंदचंद्र था, तब अयोध्या ही उसकी राजधानी हुआ करती थी। यहां विष्णु हरि का बहुत भव्य मंदिर था, पुरातत्वविदों ने इसकी पुष्टि भी की है। मस्जिद को बनाने के लिए मंदिर तोड़ा गया था।
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वैद्यनाथन ने पाञ्चजन्य में छपी एक रिपोर्ट को पढ़ा और बताया कि जब 6
दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराया गया तो जो स्लैब वहां से गिर
रही थीं, उनमें संस्कृत भाषा में कुछ लिखा हुआ था। रिपोर्टर ने इसकी फोटो
भी खींची थी। बाद में पुलिस ने उन स्लैब को जब्त कर लिया था।