Chhattisgarh:पद्मश्री दामोदर गणेश बापट नहीं रहे, कुष्ठ रोगियों की सेवा में खपा दिया जीवन

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 17 अगस्त 2019, 10:38 AM (IST)

बिलासपुर। समाजसेवी और पद्मश्री दामोदर गणेश बापट (Damodar Ganesh Bapat) का शुक्रवार देर रात निधन हो गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2018 में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ समाज सेवी दामोदर गणेश बापट को पद्मश्री से सम्मानित किया था।

आपको बताते जाए कि वरिष्ठ समाज सेवी दामोदर गणेश बापट को पद्मश्री अलंकरण से सम्मानित किया था। चांपा शहर से आठ किलोमीटर दूर ग्राम सोठी में भारतीय कुष्ठ निवारक संघ द्वारा संचालित आश्रम में कुष्ठ पीड़ितों की सेवा के लिए उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया था।


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इस कुष्ठ आश्रम की स्थापना सन 1962 में कुष्ठ पीड़ित सदाशिवराव गोविंदराव कात्रे द्वारा की गई थी, जहां वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता बापट सन 1972 में पहुंचे और कुष्ठ पीड़ितों के इलाज और उनके सामाजिक-आर्थिक पुनर्वास के लिए सेवा के अनेक प्रकल्पों की शुरूआत की। कुष्ठ रोग के प्रति लोगो को जागृत करने के अलावा कुष्ठ रोगियों की सेवा सुश्रुषा व आर्थिक व्यवस्था करने का कार्य प्रमुख रूप से दामोदर बापट ने किया है।

बापट मूलतः ग्राम पथरोट, जिला अमरावती (महाराष्ट्र) के हैं। नागपुर से बीए व बीकाॅम की पढ़ाई पूरी की है। बचपन से ही उनके मन में सेवा की भावना कूट-कूटकर भरी थी। इसी वजह से वे करीब 9 वर्ष की आयु से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता रहे।