कलाकार : जॉन अब्राहम, मृणाल ठाकुर, नोरा फतेही, रवि किशन।
निर्देशक : निखिल अडवाणी।
बॉलीवुड
अभिनेता जॉन अब्राहम की फिल्म बाटला हाउस 15 अगस्त को सिनेमाघरों में
रिलीज होने जा रही है। फिल्म के रिलीज से पहले मंगलवार को बाटला हाउस की
स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई। तमाम फिल्म क्रिटिक्स और सेलेब्स ने फिल्म देखी।
बाटला हाउस को सोशल मीडिया पर अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। अगर फिल्म के
बारे में बात करें तो निखिल आडवाणी के निर्देशन में बनी बाटला हाउस फिल्म
एक सच्ची घटना पर आधारित है, जो 2008 के बटला एनकाउंटर से जुडी है। लोगों
का कहना होता है कि यह एक फर्जी एनकाउंटर है और इसलिए स्पेशल सेल पर एक
इन्क्वारी बैठाई जाती है।
जॉन अब्राहम ने फिल्म में एक पुलिस ऑफिसर का
किरदार निभाया है और उनकी अदाकरी बेहतरीन है। मृणाल ठाकुर का रोल काफी कम
है मगर तब भी उन्होंने अपना किरदार बखूबी निभाया है।
कहानी...
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कहानी... बाटला हाउस फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है, जो 2008 के बटला
एनकाउंटर से जुडी है। आपको याद होगा 13 सितंबर 2008 को दिल्ली में पांच
जगाहों पर सीरियल बम धमाके हुए थे। दो बम कनॉट प्लेस में फटे थे। दो ग्रेटर
कैलाश के एम ब्लॉक में और एक बहुत भीड़-भाड़ वाली जगह करोल बाग के गफ्फार
मार्केट में, जहां इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स ज्यादातर बिकते हैं। इनके अलावा
पुलिस ने तीन बम और बरामद किए थे। जिन्हें डिफ्यूज कर दिया गया था। इन बम
धमाकों में करीब 30 लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
इन
बम धमाकों की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अफसर के
के (रवि किशन) और संजीव कुमार यादव (जॉन अब्राहम) अपनी टीम के साथ बाटला
हाउस एल-18 नंबर की इमारत की तीसरी मंजिल पर पहुंचते हैं। वहां पर पुलिस की
इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकियों से मुठभेड़ होती है। इस मुठभेड़ में
दो संदिग्धों की मौत हो जाती है और एक पुलिस अफसर के घायल होने के साथ-साथ
के के की मौत भी हो जाती हैं। एक संदिग्ध मौके से भाग निकलता है। इस
एनकाउंटर के बाद देश भर में राजनीति और आरोप-प्रत्यारोपों का माहौल गरमा
जाता है।
विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और मानवाधिकार संगठनों द्वारा
संजीव कुमार यादव की टीम पर बेकसूर स्टूडेंट्स को आतंकी बताकर फेक एनकाउंटर
करने के गंभीर आरोप लगते हैं। इस एनकाउंट की जांच को आगे बढ़ाने और खुद को
निर्दोष साबित करने के सिलसिले में उसके हाथ बांध दिए जाते हैं। उसकी
पत्नी नंदिता कुमार (मृणाल ठाकुर) उसका साथ देती है। कई गैलेंट्री अवॉड्र्स
से सम्मानित जांबाज और ईमानदार पुलिस अफसर अपनी व अपनी टीम को बेकसूर
साबित कर पाता है या नहीं। इसे जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
अभिनय...
अभिनय : अभिनेता जॉन अब्राहम की परफॉर्मेंस को अब तक की उनकी बेस्ट
परफॉर्मेंस कहा जाए, तो गलत न होगा। उन्होंने पुलिस अफसर संजीव कुमार यादव
के रूप में उनकी जांबाजी को बहुत ही सहजता से दिखाया है। मृणाल ने नंदिता
को बखूबी निभाया है। रवि किशन के के के रोल में असर छोडऩे में कामयाब रहे
हैं।