पढ़ें क्रुणाल पांड्या का पूरा इंटरव्यू, इंडीज में रहे थे मैन ऑफ द सीरीज

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 14 अगस्त 2019, 3:31 PM (IST)

नई दिल्ली। हाल ही में वेस्टइंडीज में समाप्त हुई टी20 सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज रहने वाले बाएं हाथ के हरफनमौला खिलाड़ी क्रुणाल पांड्या (Krunal Pandya) ने कहा है कि वे सिर्फ एक प्रारूप के सरताज नहीं बनना चाहते बल्कि उनका लक्ष्य खेल के तीनों प्रारूपों में भारत का अहम खिलाड़ी बनना है और इसी पर अब वो ध्यान दे रहे हैं।

भारत के लिए तीनों फॉरमेट में खेल रहे हार्दिक पांड्या के बड़े भाई क्रुणाल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस के अहम सदस्य हैं। वे अब भारत की टी20 टीम के भी मुख्य सदस्यों में गिने जाने लगे हैं। अब क्रुणाल का ध्यान भारत की वनडे टीम पर है। क्रुणाल ने आईएएनएस से कहा कि वे ऐसे खिलाड़ी नहीं बनना चाहते जो सिर्फ एक प्रारूप का बादशाह न हो बल्कि हर प्रारूप में बेहतरीन हो।

उन्होंने कहा, विंडीज के खिलाफ हाल ही में खेली गई सीरीज से मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी हुई है। यह मेरी इस सीजन की पहली सीरीज थी और विश्व स्तर के खिलाडिय़ों के सामने अच्छा करना हमेशा मददगार होता है। यह सिर्फ शुरुआत है। मैं इस प्रदर्शन को अगली सीरीज में भी जारी रखने की कोशिश करूंगा।

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इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, मैं अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार रहना चाहता हूं और खेल से सभी प्रारूप में खेलना चाहता हूं। मेरा ध्यान इसी पर है। मैंने बीते दो साल में इंडिया-ए के लिए वनडे खेले हैं और इससे मुझे आत्मविश्वास मिला है कि चुनौती का सामना कर सकता हूं। क्रुणाल ने कहा कि राहुल द्रविड़ और पारस म्हामबरे के साथ काम करने से मुझे काफी मदद मिली है। पारस भाई ने मुझे गेंदबाजी में मदद की।

राहुल भाई से बात करने से आप ज्यादा जानकारी वाले खिलाड़ी बनते हो। उनसे सीखना बहुत बड़ा अनुभव रहा है। मैंने उनसे चर्चा कि थी कि स्थिति के हिसाब से कैसे खेला जाए और इससे मुझे मदद मिली। मैं भारत के लिए सभी प्रारूप में खेलना चाहता हूं। एक साल बाद ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप खेला जाना है।

कोहली ने विंडीज के खिलाफ होने वाली सीरीज की शुरुआत में ही कह दिया था कि टीम की खेल के सबसे छोटे प्रारूप के विश्व कप की तैयारियां इसी सीरीज से शुरू हो रही हैं। क्रुणाल अगले टी20 विश्व कप में खेलना चाहते हैं लेकिन इससे पहले उनका ध्यान आने वाली सीरीजों में टीम में जगह बनाए रखने और अच्छा करने पर है।

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उन्होंने कहा कि मेरा सपना अगले साल टी20 विश्व कप में खेलने का है लेकिन हर प्रदर्शन मायने रखता है। यह दीर्घकालिक लक्ष्य है। अभी मेरा ध्यान अगली सीरीज के लिए टीम में जगह बनाए रखने और उसमें अच्छा करने पर है। अगर मैं अच्छा करता रहा तो अगला टी20 विश्व कप खेलने का लक्ष्य अपने आप पूरा हो जाएगा। लेकिन अभी के लिए मेरा ध्यान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए टीम में जगह बनाने पर है।

क्रुणाल भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ी बन चुके हार्दिक पांड्या के बड़े भाई हैं। अपने छोटे भाई के पहले टीम में जगह बनाने से बड़े भाई को परेशानी नहीं है क्योंकि वे कहते हैं कि छोटे को जो मिला है वो उसकी मेहनत है जिसका वो हकदार था। उन्होंने कहा, हार्दिक की छवि से बाहर निकलने का कोई मामला ही नहीं है।

हम एक-दूसरे की सफलता का लुत्फ उठाते हैं। हमने कभी एक दूसरे से तुलना नहीं कि क्योंकि हमारा सफर अलग रहा है। किसी तरह की असुरक्षा भी नहीं रही। जो भी सफल हुआ उसके लिए दूसरा खुश हुआ। हमारी सोच भी अलग है और ध्यान सिर्फ देश को गर्व करने का मौका देने पर है।

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मुंबई इंडियंस से खेलते हुए क्रुणाल को रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलना होता है और राष्ट्रीय टीम में कोहली की। इन दोनों की कप्तानी के अंतर के बारे में क्रुणाल ने कहा, दोनों बहुत सफल कप्तान हैं और यह दोनों टीम के साथ खड़े रहने वाले हैं। दोनों लाजवाब कप्तान हैं। मैं किसी भी टीम में खेलूं अपना सौ फीसदी देने की कोशिश करता हूं। दोनों में मुझे ज्यादा अंतर नहीं लगा। क्रुणाल को गेंदबाजी ऑलराउंडर कहा जाता है लेकिन वो बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं।

उन्होंने कहा, मैं बल्ले और गेंद से बराबर का अभ्यास करता हूं। मुझे लगता है कि मुझे सभी विभाग में अच्छा करना चाहिए और अपना योगदान देना चाहिए और अगर मैं यह कर सका तो इससे टीम को मदद मिलेगी। क्रुणाल के भाई हार्दिक को हाल ही में एक चैट शो पर दिए गए विवादास्पत बयानों के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इस पर बड़े भाई ने कहा, गलतियां सभी से होती हैं।

हम सभी अंत में इंसान हैं, लेकिन हार्दिक की अच्छी बात यह है कि वह अपनी गलती कबूल करता है और उसे सुधारने की कोशिश करता है। कुछ लोग हकीकत को नजरअंदाज करना चाहते हैं लेकिन वो नहीं। उसने अपनी गलतियों से सीखा है और इसके बाद मैदान पर वापसी की है। सिर्फ आईपीएल में नहीं वह भारतीय टीम के लिए भी शानदार खेला है। उसका ध्यान अपने देश के लिए बेहतर करने पर है।

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