नई दिल्ली। आर्टिकल 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर पूरी दुनिया में सुर्खियों में छाया हुआ है। नरेंद्र मोदी सरकार जहां इसे अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है, वहीं पाकिस्तान इस मुद्दे पर पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गया है। विपक्षी दल खासतौर से कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश में लगी हुई है।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयानों पर आपत्ति जताई है। राज्यपाल ने कहा कि मैंने राहुल गांधी को यहां आने के लिए न्यौता दिया है। मैंने उनसे कहा कि मैं आपके लिए विमान भेजूंगा ताकि आप स्थिति का जायजा लीजिए और तब बोलिए। आप एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और आपको ऐसी बात नहीं करनी चाहिए। इस पर राहुल ने राज्यपाल का निमंत्रण स्वीकार लिया है।
राहुल ने आज मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि मैं विपक्ष के नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के निमंत्रण को स्वीकार करना चाहता हूं। हमें एयरक्राफ्ट मत दीजिए, लेकिन इस बात को तय कर दीजिए कि हमें वहां घूमने के साथ लोगों, मुख्य धारा के नेताओं और वहां तैनात हमारी सेना के जवानों से मिलने की आजादी हो।
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राहुल ने शनिवार रात कहा था कि जम्मू-कश्मीर से हिंसा की कुछ खबरें आई हैं
और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पारदर्शी तरीके से इस मामले पर चिंता
व्यक्त करनी चाहिए। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल
को कश्मीर भेजने की मांग की थी।