महाभारत से जुड़े सभी ऐतिहासिक स्थलों को विकसित कर रही हरियाणा सरकार

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 10 अगस्त 2019, 5:09 PM (IST)

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार कुरुक्षेत्र को ही नहीं महाभारत से जुड़े सभी ऐतिहासिक स्थलों को विकसित कर रही है। जहां कुरुक्षेत्र के तीर्थों को कृष्ण सर्किट के तहत विकसित किया जा रहा है, वहीं 48 कोस के तीर्थों को भी दर्शनीय और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये का बजट खर्च किया जा रहा है।

एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के साथ-साथ सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को योजना तैयार करने के आदेश दिए हैं।

कुरुक्षेत्र के सेक्टर 8 में 1 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से 8 सडक़ों और 21 लाख रुपये की लागत से मॉडल पार्क का निर्माण किया जाएगा, इस पार्क में ओपन जिम, बच्चों के लिए झूले और पार्क का जीर्णोधार का कार्य किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सीवरेज की निकासी, पीने के पानी, स्ट्रीट लाईट और सेक्टर में मन्दिर निर्माण की समस्या का समाधान भी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से थानेसर हल्के का चहुंमुखी विकास हुआ है और कई सौ करोड़ रुपये का बजट विकास कार्यों पर खर्च किया गया है ताकि थानेसर के लोगों को मूलभुत सुविधाएं मिलने के साथ-साथ कुरुक्षेत्र पर्यटन हब के रुप में विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कारण ही शहर के लोगों को रेलवे ऐलिवेटिड ट्रैक बनने से 5 रेलवे फाटकों से निजात मिल पाएगी। इतना ही नहीं, रेलवे एैलिवेटिड ट्रैक का टेंडर भी निजी कम्पनी को जारी कर दिया है और मुख्यमंत्री स्वयं इस बड़े प्रोजैक्ट का शिलान्यास भी करेंगे।

थानेसर हल्का के लोगों को वर्ष 2019 में अनेक सहुलियतें देने के लिए और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई सौ करोड़ की योजनाओं व परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा। सबसे पहले वर्ष 2019 में पिपली से लेकर थर्डगेट तक सिक्स लैन सडक़ का निर्माण और सौंदर्यकरण की सौगात मिलेगी। इस परियोजना पर करीब 57 करोड़ रुपये का बजट खर्च होगा और इसका निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है, इस शहर के बीचोंबीच स्थित द्रोणाचार्य स्टेडियम के नवीनीकरण कार्य पर करीब 2 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और इस स्टेडियम में 8 करोड़ रुपये की लागत से सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक का कार्य भी शीघ्र पूरा किया जाएगा।

इस वर्ष मोहन नगर फ्लाई ओवर से रेलवे रोड़ परशुराम चौंक तक पुल का निर्माण किया जाएगा, इस प्रोजैक्ट पर 7 करोड़ रुपये खर्च होंगे, देश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी की चारदीवारी के लिए भी सरकार ने करीब 3 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया है और इसका निर्माण कार्य चल रहा है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में ही करोड़ों रुपये की लागत से लगभग 5 एकड़ जमीन पर नर्सिंग कालेज, आयुर्वेदिक कालेज में 4 करोड़ रुपये की लागत से मल्टी पर्पज ऑडीटोरियम हाल, सचिवालय के साथ 2 करोड़ रुपये की लागत से ईवीएम भवन, 9 करोड़ रुपये की लागत से सचिवालय के तीसरे नए भवन, करीब 27 करोड़ रुपये की लागत से गांव नरकातारी और करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से नए बस स्टैंड के सामने एसटीपी प्रोजैक्ट, झांसा रोड़ पर 4 करोड़ रुपये की लागत से सरस्वती पुल, करीब 55 लाख रुपये की लागत से गीता स्थली ज्योतिसर सरोवर में निरंतर जल प्रवाह योजना, करीब 39 करोड़ रुपये की लागत से 100 बैड के नए वातानुकूलित अस्पताल, करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से गांव पलवल में नए राजकीय महिला कालेज का भवन और करीब 6 करोड़ रुपये की लागत से गांव बारना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उमरी चौंक से सेक्टर 3 तक सडक़ को चौड़ा व सौंदर्यकरण करने के कार्य पर 1 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे।

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