Heavy Rains : 4 राज्यों में बाढ से तबाही, केरल में गर्भवती महिला सहित 6 को बचाया

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 10 अगस्त 2019, 09:12 AM (IST)

नई दिल्ली। देश में मानूसन से सक्रिय होने से कई प्रदेशों में बाढ के हालात बन गए हैं। केरल (Kerala Flood ), महाराष्ट्र ( Maharashtra Flood), गुजरात, कर्नाटक (Karnataka Flood ), मध्यप्रदेश में भारी बारिश होने से बाढ के हालात बन चुके हैं। भारतीय सेना, नेवी और एयरफोर्स के जवान राहत कार्य में जुटे हैं। बाढ़ प्रभावित चार राज्यों के 16 जिलों में 123 रेस्क्यू टीमें फंसे हुए लोगों को सहायता पहुंचा रहे हैं।

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- केरल के पलक्कड़ जिले के अट्टापडी के पास शनिवार को बचावकर्मियों ने दो घंटे का अभियान चलाकर एक आठ माह की गर्भवती महिला सहित छह अन्य लोगों को बाढ़ से बचा लिया। अट्टापडी के पास भवानी नदी के बीच वह एक छोटे-से द्वीप जैसे जमीन के टुकड़े पर फंसे हुए थे। पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते नदी में बाढ़ आ गई है। बचावकर्मियों ने आवश्यक इंतजाम किए और एक एम्बुलेंस और एक स्त्री रोग विशेषज्ञ को तैयार रखा। जैसे ही गर्भवती महिला लावण्या को नदी के इस पार लाया गया, उसे तुरंत नजदीक के अस्पताल ले जाया गया।

- महाराष्ट्र में बाढ़ से प्रभावित लोगों के मदद के लिए मुंबई के डब्बा वाले और रोटी बैंक (Roti Bank) नाम की संस्था आगे आया हैं। जो वे बाढ़ प्रभावित लोगों के मदद के लिए राहत सामग्री जमा कर रहे है।

- गुजरात के मोरबी में भारी बारिश के चलते उमिया सर्कल में कांडला बाईपास के पास एक कंपाउंड की दीवार गिरने से 8 लोगों की मौत की खबर है।

- कर्नाटक में भी बाढ़ की स्थित विकट बनी हुई है। यहां तुंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। नदी का पानी तटवर्ती इलाकों में प्रवेश कर जाने से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। शिमोगा जिले के विद्या नगर पानी में डूब सा गया है। यहां से लोगों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है।

- केरल में बारिश और बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए राहत एवं बचाव कार्य जोरों पर जारी है। वायनाड में बाढ़ ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। जगह-जगह बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है।

- कोल्हापुर (महाराष्ट्र) और उत्तर कन्नड़ (कर्नाटक) जिले में गोवा नौसेना क्षेत्र की टीमों द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है। आज के बचाव प्रयास में महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में नौसेना की टीमों द्वारा 1016 व्यक्तियों को निकाला गया। इसमें 602 महिलाएं और 193 बच्चे शामिल थे।

- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने कोल्हापुर बाढग्रस्त क्षेत्र का दौर किया। यहां वे अधिकारियों को संबंधित दिशा- निर्देश दिए।

पिछले 72 घंटों में इन राज्यों में 93 जानें जा चुकी हैं। बाढ़ और बारिश से केरल में इस मॉनसून के दौरान 42 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल के वायनाड और मलप्पुरम में भूस्खलन के चलते 40 लोग अभी भी फंसे हैं जिससे मौत का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। कर्नाटक में शुक्रवार को बारिश से 10 मौतें दर्ज की गई। राज्य में बारिश और बाढ़ के चलते मौत का आंकड़ा 22 हो गया है। केरल की तरह कोडगु में भी 7 लोग जिंदा दफन हो गए। इनमें से मदिकेरी में 5 और विराजपत में 2 लोगों की मौत हुई। विराजपत के इसी गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 8 लापता बताए जा रहे हैं।

मौसम विभाग ने दस प्रदेशों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। केरल में एक लाख से ज्यादा लोगों को राहत कैंपों में पहुंचा दिया गया है। वहीं मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 42 पहुंच गया है। गुजरात में भी बारिश का दौर जारी है। अहमदाबाद में शुक्रवार शाम से शुरू हुई बारिश अभी तक थमने का नाम नहीं ले रही है।


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अहमदाबाद के कई नीचले इलाको में पानी भर गया है। मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बीते तीन दिनों से जारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, वहीं निचली बस्तियों में जलभराव होने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कई गांवों का अपने जिला मुख्यालयों से सड़क संपर्क टूट गया है।


महाराष्ट्र में बीते एक सप्ताह के दौरान बाढ़ से संबंधित कई घटनाओं में करीब 30 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 2.03 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।

कोंकण डिवीजनल कमिशनर दीपक महैसकर के अनुसार, विभिन्न घटनाओं में सांगली में 12, कोल्हापुर में चार, सतारा में सात, पुणे में छह और सोलापुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। वहीं सांगली के ब्रह्मनल गांव में नाव के पलटने से करीब चार-पांच लोग अभी भी लापता हैं। यह घटना एक ग्राम पंचायत द्वारा बचाव नाव पर ओवरलोड करवाने की वजह से हुई, जिसमें 12 लोग डूब गए थे।

दो दिन पहले ही भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पुणे, सांगली, कोल्हापुर में भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया था। गुरुवार की रात को भारतीय नौसेना की 12 टीमें सांगली के लिए सड़क मार्ग से रवाना हो चुकी हैं। प्रभावित क्षेत्रों का कल हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि इन जिलों में करीब 29,000 लोगों के बाढ़ में फंसने का अनुमान है।


मुंबई, ठाणे, पुणे और अन्य शहरों जैसे केंद्रीय शहरों पर भी बाढ़ का असर पड़ा है। यहां पर लोगों को दूध, फल और सब्जियों की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।