लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या मामले (Ayodhya Case) पर मध्यस्थता पैनल कोई अंतिम समझौता करने में विफल रहा। इसी महीने की 6 तारीख से मामले में रोजाना सुनवाई करने का फैसला किया गया है। संविधान पीठ का नेतृत्व कर रहे मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि हमें मध्यस्थता रिपोर्ट मिल गई है।
पैनल कोई अंतिम समझौता नहीं कर पाया। अदालत 6 अगस्त से मामले की हर दिन सुनवाई करेगी। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी इस मामले को लेकर बयान दिया है। योगी ने शनिवार को कहा कि उन्हें इस बात का पता था कि लंबे समय से लंबित राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद भूमि विवाद को हल करने के लिए गठित किया गया मध्यस्थता पैनल किसी निष्कर्ष पर पहुंचने में विफल रहेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता (अयोध्या भूमि विवाद) के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया था, यह विफल रहा। हम जानते थे कि मध्यस्थता से कुछ नहीं होगा लेकिन मध्यस्थता के प्रयास अच्छे हैं। महाभारत से पहले भी मध्यस्थता के प्रयास किए गए थे, लेकिन उनके परिणाम प्रतिकूल थे।
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आपको बता दें कि संविधान पीठ ने 18 जुलाई को मध्यस्थता समिति से कहा था कि
वह अपने नतीजों से 31 जुलाई या 1 अगस्त तक कोर्ट को अवगत कराए ताकि इस
मामले में आगे की कार्यवाही शुरू की जा सके। पैनल ने गुरुवार को रिपोर्ट
सौंपी, जिसमें कहा कि हिंदू और मुस्लिम पक्षकार इस पेचीदगी भरे विवाद का
कोई सर्वमान्य समाधान नहीं खोज सके। गौरतलब है कि 16वीं शताब्दी में बनी
बाबरी मस्जिद को 6 दिसंबर 1992 को ध्वस्त कर दिया गया था।