मुख्यमंत्री ने फसली विभिन्नता के लिए व्यापक मॉडल को दिए आदेश

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 30 जुलाई 2019, 5:45 PM (IST)

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह (Chief Minister Capt Amarinder Singh) ने राज्य में गेहूँ-धान के फ़सली चक्कर को खत्म करने और पानी के गिर रहे स्तर को बचाने के लिए अपने एजंडे को आगे चलाते हुए राज्य योजना बोर्ड को फसली विभिन्नता के लिए व्यापक मॉडल बनाने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने बोर्ड को कृषि विभाग की विभिन्न स्कीमों की विस्तार में समीक्षा करने की हिदायत दी जिससे इस क्षेत्र में अति-आवश्यक सुधार लाए जा सकें।

कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए सुझाव देने के लिए गठित बोर्ड के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श सैशन की अध्यक्षता करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने योजनाबंदी विभाग को राज्य में विभिन्न कृषि स्कीमों से सम्बन्धित सभी आंकड़ों के मिलान के लिए केंद्रीकृत आंकडा विश्लेषण और निरीक्षण डिविजऩ कायम करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इससे ठोस नीति को यकीनी बनाने और फ़ैसले करने में सहायक होगा। इसी तरह यह कदम सभी सरकारी कल्याण स्कीमों के मूल्यांकन और निरीक्षण को यकीनी बनाने के लिए भी मददगार साबित होगा।

पानी के गिर रहे स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मक्का, कपास और गन्ना की काश्त वाले पानी के कम उपभोग वाली फसलों को प्राथमिकता देने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने बोर्ड को कहा कि किसानों को गेहूँ-धान की रिवायती फसलों से इन फसलों की तरफ मोडऩे के लिए रणनीति बनाई जाये।

मुख्यमंत्री ने बोर्ड सदस्यों को कृषि प्रसार सेवाएं ब्यूरो के कामकाज का जायज़ा लेने के लिए भी कहा जिससे किसानों को फसलों सम्बन्धी जानकारी प्रभावशाली ढंग से देने के अलावा कीटनाशकों आदि के समय संबंधी मार्गदर्शन किया जा सके। कृषि उत्पादन के लिए भविष्यमई मंडीकरण रणनीति बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस सम्बन्ध में सुझाव देने के लिए कहा जिससे साझा डिजिटल प्लेटफार्म कायम करके कृषि उत्पादन के लिए लाभप्रद भाव निश्चित किया जा सके।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे