श्रीनगर। अपने विवादित बयानों से सरकार को परेशानी में डालने वाले जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) की जबान एक बार फिर लडख़ड़ा गई। उन्होंने रविवार को कारगिल में एक भाषण के दौरान कहा कि आतंकियों को पुलिसवालों की जगह भ्रष्ट राजनेताओं और नौकरशाहों की हत्या करनी चाहिए। यही लोग राज्य को लूट रहे हैं।
ये लडक़े जो बंदूक लिए फिजूल में अपने लोगों को मार रहे हैं। पीएसओ-एसडीओ को मारते हैं। क्यों मार रहे हैं इन्हें? उन्हें मारो जिन्होंने तुम्हारा मुल्क लूटा है, जिन्होंने कश्मीर की सारी दौलत लूटी है। इनमें से भी कोई मारा है अभी? बंदूक से कुछ हासिल नहीं होगा। मलिक ने इसी साल जनवरी में भी कुछ ऐसी ही विवादास्पद टिप्पणी कर डाली थी।
उन्होंने कहा था कि पुलिस अपना काम बहुत अच्छे से कर रही है लेकिन अगर एक भी जान जाती है, अगर वो आतंकी की भी क्यों न हो तो मुझे तकलीफ होती है। हम चाहते हैं कि हर कोई वापस आए। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मलिक के इस बयान की निंदा की है।
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अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, एक संवैधानिक पद पर बैठा यह शख्स एक जिम्मेदार व्यक्ति है, जो आतंकियों को भ्रष्ट कहे जाने वाले नेताओं को मारने के लिए कहता है। शायद इस आदमी को गैरकानूनी हत्याओं और कंगारू अदालतों को मंजूरी देने से पहले इन दिनों दिल्ली में अपनी प्रतिष्ठा के बारे में पता लगाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर में जून 2018 से राज्यपाल शासन और फिर दिसंबर 2018 में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।