चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उद्योग जगत राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर अधिक से अधिक उपलब्ध कराएं। इस कार्य में पहल करने वाले उद्योगों को राज्य सरकार द्वारा भरपूर सहयोग दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह बात आज गुरूग्राम में विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कौशल शिक्षा-उद्योग समागम में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए कही।
मनोहर लाल ने कहा कि सरकार का कामकाज प्राथमिकता के विषयों के आधार पर तय होता है। इन्हीं प्राथमिकताओं में युवा शक्ति को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। राज्य में हर साल करीब दो लाख युवा रोजगार की मांग करते हैं। सरकारी क्षेत्र की बात करें तो राज्य व केंद्र सरकार तथा अन्य सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा करीब 40 से 50 हजार तक युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की पूर्ति होती है, ऐसे में लगभग ड़ेढ लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराना हमारा काम है जिसकी पूर्ति उद्योग कर सकते हैं। उद्योगों की मांग के अनुरूप हरियाणा में कुशल श्रमशक्ति तैयार करने के लिए विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय खोला गया है। यह देश में अपनी तरह का इकलौता विश्वविद्यालय है जोकि युवाओं के कौशल विकास पर केंद्रित है।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित उद्यमियों को सक्षम हरियाणा पोर्टल की जानकारी सांझा करते हुए कहा कि पहले इस पोर्टल पर केवल ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट युवा ही पंजीकरण करा सकते थे किंतु अब इस पर बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण युवा भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं। उद्योग जगत इस पोर्टल के माध्यम से भी अपनी जरूरत के अनुसार युवाओं को रोजगार प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की उद्योग नीति में वर्णित सी एंड डी जोन में रोजगार उपलब्ध कराने पर प्रति व्यक्ति 3000 रूपए प्रति माह तीन वर्ष तक दिए जाने का प्रावधान भी है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मनोहर लाल ने राज्य की युवा शक्ति को
रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के कार्य में सरकार व उद्योग जगत को परस्पर
समंवय स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। समागम के दौरान मुख्यमंत्री ने
विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के माध्यम से युवाओं के कौशल विकास कराने
वाले औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया। समागम के
दौरान उद्यमियों ने भविष्य की जरूरतों के अनुसार कुशल श्रम शक्ति तैयार
करने के लिए हरियाणा सरकार के प्रयासों की सराहना की तथा अधिक से अधिक
रोजगार देने वाले क्षेत्रों की जरूरतों से मुख्यमंत्री को अवगत भी कराया।
मुख्यमंत्री
ने ध्यान पूर्वक सभी की बात सुनते हुए अधिकारियों को आने वाले समय में ऐसी
नीतियां तैयार करने के निर्देश दिए जो समय के अनुकूल रोजगारपरक हो।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से उद्यमियों की सुविधा के लिए
सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया गया है जिसमें 17 विभागों द्वारा दी जाने
वाली एनओसी उद्यमियों को 45 दिन में देनी अनविार्य है और यदि नही दी जाती
है तो उसे डीम्ड माना जाएगा। विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से परिसर
में लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन मुख्यमंत्री ने किया।
कौशल
शिक्षा उद्योग समागम में उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र
सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए समागम के उददेश्य से अवगत करवाया।
उन्होने कहा कि युवाओं के कौशल विकास पर हरियाणा सरकार पूरा ध्यान दे रही
है और औद्योगिक इकाईयों के साथ जुडकर रोजगार के अवसर भी स़ृजित किए जा रहे
हैं। उन्होंने बताया कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में भी यह शिक्षा का
ड्यूअल सिस्टम क्रियान्वित किया जा रहा है। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री
राव नरबीर सिंह, विधायक गुरूग्राम उमेश अग्रवाल, उद्योग विभाग के एसीएस
देवेंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, विश्वकर्मा कौशल
विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर राज नेहरू, मेयर मधु आजाद, उपायुक्त अमित
खत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान सहित विभिन्न ओद्यौगिक इकाईओं के
सीईओ व संचालक मौजूद रहे।