खेलों और खिलाडियों के विकास के लिए मोदी सरकार में पैसों की कोई कमी नही: राज्यवर्धन

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 17 जुलाई 2019, 8:29 PM (IST)

जयपुर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और सांसद जयपुर ग्रामीण कर्नल राज्यवर्धन ने बुधवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा की मोदी जी ने पहली बार ओलम्पिक टास्क फोर्स का गठन किया है जिसमें खेलों के विशेषज्ञों को लिया गया है। प्रधानमंत्री जी ने देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक पिरामिड का विजन दिया जिसमें सबसे उपर ऐसे खिलाडी होंगे जो भारत के लिए खेले और तिरंगा विदेशों में लहराए। उस पिरामिड को उंचा करने के लिए उसे चैडा भी करना आवश्यक है।

यह पिरामिड तब ही चैडा हो सकता है जब देश के प्रत्येक बच्चे को खेलने की सुविधा मिले। कर्नल राज्यवर्धन ने खेलो इंडिया पर बोलते हुए कहा कि खेलो इंडिया की शुरूआत काफी चुनौतिपूर्ण थी किन्तु मोदी जी जो ठान लेते है उसे पूरा करके ही मानते है। प्रधानमंत्री जी के खेलों इंडिया के विजन से बहुत सार्थक परिणाम सामने आए।

खेलो इंडिया के शुरू होने से राज्यों में खेल विभाग और शिक्षा विभाग में वार्तालाप प्रारम्भ हुए जो पहले कभी नही हुए। इसके माध्यम से स्कूल स्तर पर खेलों का सीधा प्रसारण किया गया जिसे दुनिया ने देखा, इससे बच्चों का मनोबल बढ़ा। इसके लिए अभिभावकों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केन्द्र सरकार को बधाईयां दी। कर्नल राज्यवर्धन ने कहा अगले 10 सालों में जो भारत के ओलंपिक चैम्पीयन बनेंगे वे खेलों इंडिया से ही होकर निकलेंगे। उन्होंने कहा हमने एक मोबाईल ऐप बनाई है जिसमें देश के सभी खेल मैदानों को मैपिंग करके डाला गया है।

विभिन्न प्रकार के खेलों को कैसे खेला जाता है उसके एनिमेटेड वीडियो उसमें अपलोड किए है तथा फिटनेस और नेचुरल एबिलिटी का सलेक्शक भी उस ऐप में डाला गया है। खेलो इंडिया के अंतर्गत चुने गए बच्चों को 8 साल तक 5 लाख रूपये प्रतिवर्ष दिए जाऐंगे जिससे वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बन सके।

कर्नल राज्यवर्धन ने नेशनल स्पोर्टस एज्यूकेशन बोर्ड के गठन का ऐलान करने के लिए केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा मोदी सरकार ने आते ही नेशनल ऐकेडमीज के कोचेज और सपोर्ट स्टाफ जिनके उपर कैप लगा था इस कैप को हटा दिया और 100 प्रतिशत तनख़्वाह बढ़ा दी।

उन्होंने कहा पहले अधिकारियों द्वारा खिलाडियों से कहा जाता था कि पैसे की कमी है, लेकिन मोदी सरकार का कमाल है आज मंत्रालय कहता है खिलाडियों के लिए पैसे की कोई कमी नही होगी। कर्नल राज्यवर्धन ने कहा नेशनल स्पोर्टस डवलपमेन्ट फंड जिससे खिलाडियों की कस्टमाईज ट्रेनिंग होती है उसमे काॅरपोरेट्स पैसा डालते है इस फंड में जितना पैसा डाला जाता है भारत सरकार को भी उसमें उतना ही पैसा डालना पडता है।

उन्होंने खेल मंत्रालय से निवेदन किया कि खेलों के विकास के लिए आगे बढ़कर काम किया जाए तथा काॅरपोरेट जगत के बडे दिलवाले लोगों को इस बोर्ड में शामिल कर अधिक से अधिक पैसा इकट्ठा करने का प्रयास हों। हमें 2032 तक 100 ओलंपिक मैडल्स का टारगेट रखना चाहिए।

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