जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खान एवं भू-विज्ञान विभाग में वर्कचार्ज मेट्रिक नाकेदारों और अन्य कार्मिकों को पदोन्नति के अवसर देने के लिए वरिष्ठ लिपिक के 203 छाया पद सृजित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है।
प्रस्ताव के अनुसार, राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णयों की अनुपालना में खान एवं भू-विज्ञान विभाग में वर्ष 1980 से 1984 के बीच नियुक्त वर्कचार्ज मेट्रिक नाकेदारों तथा कम्प्यूटर आॅपरेटर टाइपिस्ट आदि अन्य कार्मिकों को मेट्रिक नाकेदारों के समकक्ष मानकर इन सबको राजस्थान सबआॅडिनेट आॅफिसेज मिनिस्ट्रीरियल सर्विसेज रूल्स, 1957 के अंतर्गत नियमित कर समस्त परिणामिक परिलाभ दिया जाना था।
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राज्य सरकार के वित्त विभाग ने इसके लिए वर्ष 2007-08 से 2015-16
के बीच वरिष्ठ लिपिकों के स्वीकृत एवं रिक्त पदों की स्थिति के अनुसार उक्त
कार्मिकों के लिए वरिष्ठ लिपिक के कुल 203 छाया पद सृजित करने का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री की स्वीकृति के लिए भिजवाया, जिसे गहलोत ने मंजूरी दे दी है।
उल्लेखनीय
है कि ये छाया पद इन कार्मिकों के उच्च पदों पर पदोन्नति के लिए वरिष्ठता
निर्धारण एवं पदोन्नति के बाद सेवानिवृत्ति तक के लिए स्वीकृत रहेंगे और
उसके पश्चात ये पद स्वतः ही समाप्त समझे जाएंगे।