Karnataka Crisis : कर्नाटक मामले में SC बुधवार को सुनाएगा फैसला

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 16 जुलाई 2019, 4:08 PM (IST)

नई दिल्ली। कर्नाटक मामले (Karnataka Crisis) में लंबी बहस के बाद सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि बुधवार सुबह 10.30 बजे इस मामले में फैसला सुनाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों की अर्जी पर गरमागरम बहस हुई। मुख्य न्यायाधीश ने दोनों पक्षों के वकीलों से सवाल जवाब किए। दोनों पक्षों ने दलीलें दी। दलीलों को सुनने के बाद इस विषय पर बुधवार को फैसला सुनाएगी।

कर्नाटक के सीएम एच डी कुमारस्वामी की तरफ से वकील डॉ राजीव धवन ने कहा कि यहां एक मकसद है जो महत्वपूर्ण है। 11 लोग खास मकसद के लिए मुंबई चले गए जबकि वो लोग स्पीकर से मिल सकते थे।

बागी विधायकों के खिलाफ कांग्रेस की तरफ से पक्ष रखते हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सभी इस्तीफे 11 जुलाई को दिए गए थे। चार विधायक जिन्होंने इस्तीफे के संबंध में याचिका लगाई है वो स्पीकर के समक्ष नहीं पेश हुए थे। अभिषेकत मनु सिंघवी के इस तर्क पर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने पूछा कि अगर विधायक 6 जुलाई को इस्तीफा देते तो स्पीकर क्या करते।

सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों की अर्जी पर सुनवाई जारी है। बागी विधायकों की तरफ से वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 6 जुलाई को 10 बागी विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। पांच विधायकों ने बाद में इस्तीफा दिया था। रोहतगी ने कहा कि इस्तीफे को अयोग्यता से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है।

सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों के वकील मुकुल रोहतगी और सीजेआई रंजन गोगोई के बीच दिलचस्प अंदाज में सवाल और जवाब का दौर जारी है। सीजेआई ने पूछा कि अगर आप विधायक पद से इस्तीफा देते तो क्या करते। इस सवाल के जवाब में रोहतगी ने कहा कि इस्तीफा देने वाला विधायक किसी भी पार्टी में शामिल हो सकता है। रोहतगी ने कहा कि स्पीकर को बागी विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार करना ही चाहिए।

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो स्पीकर को बाध्य नहीं कर सकते हैं कि वो बागी विधायकों से सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए न कहे। अदालत ने कहा कि हमें संवैधानिक व्यवस्था के तहत ही चलना होगा।

एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि रोशन बेग आईएमए मामले में पूछताछ से बचने की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं जिस वक्त रोशन बेग भागने या छिपने की कोशिश कर रहे थे उस समय बीजेपी के विधायक योगेश्वर मौजूद थे जो शर्मनाक है। इससे साफ है कि बीजेपी कांग्रेस और जेडीएस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।

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