गहलोत-पायलट की कलह का मुद्दा राजस्थान विधानसभा में उठा

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 12 जुलाई 2019, 6:23 PM (IST)

जयपुर । राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को भाजपा के विधायकों ने कहा है कि कर्नाटक और गोवा की राजनीति का असर राजस्थान पर भी पड़ेगा। वहीं बसपा विधायक राजेन्द्र गुढ़ा ने भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान का सीएम तो राजस्थान की मिट्टी का ही होना चाहिए, वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है ।उन्होंने कहा कि राजस्थान के हर हिस्से से हर समाज की यह आवाज थी की गहलोत सीएम बनें,अशोक गहलोत जनता के दिल की आवाज थी, हम बसपा के सभी 6 विधायक अशोक गहलोत के साथ हैं और पूरे 5 साल गहलोत के साथ रहेंगे ।
वहीं भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने बयान दिया कि गहलोत और पायलट के बीच कलह के चलते राजस्थान में मध्यावधि चुनाव होंगे और यह कांग्रेस सरकार इस अंतर्कलह के चलते कभी भी गिर सकती है ।

वहीं भाजपा विधायकों के बयानों पर कांग्रेस के मंत्रियों ने पलटवार किया।
ऊर्जा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने कहा,राजस्थान में कांगेस सरकार को कोई खतरा नहीं, भाजपा नैतिकता की बातें करती है और दूसरी तरफ चुनी हुई सरकारों को गिराने की बात करती है, भाजपा के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे ।


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भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के विधायक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद सीएम अशोक गहलोत के इस्तीफे की उम्मीद थी, लेकिन राजस्थान में भी कांग्रेस विधायकों में भी भगदड़ मच सकती है। भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, इसी के चलते गांव ढाणी से मुख्यमंत्री बनने की बात बोल रहे हैं लेकिन अगर आवाज गांव ढाणी से आवाज आती तो अपने ही बूथ से सीएम अशोक गहलोत लोकसभा चुनाव क्यों हारते ।