कर्नाटक संकट: CM कुमारस्वामी का एलान, वह फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 12 जुलाई 2019, 09:45 AM (IST)

नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार ने आज 3 और विधायकों को मिलने का समय दिया है। इनमें आनंद सिंह, प्रताप पाटिल और नारायण गौड़ा शामिल हैं। अभी तक कुल 16 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। गुरुवार को कुल 10 विधायकों ने स्पीकर से मुलाकात की थी।कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके 10 बागी विधायकों ने गुरुवार शाम को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार से मुलाकात की।
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-कर्नाटक विधानसभा सोमवार दोपहर 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

-मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में स्पीकर से अपना बहुमत साबित करने के लिए वक्त चाहा है। कुमारस्वामी ने कहा कि राज्य में जो कुछ हुआ, उसके बाद वह अपना बहुमत साबित करने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि वह फ्लोर टेस्ट के लिए बिलकुल तैयार हैं।

-एक लंबी बहस के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार को आदेश दिया है कि वे अगले मंगलवार तक कोई निर्णय ना लें। इस दौरान स्पीकर ना तो विधायकों के इस्तीफे पर और ना ही अयोग्य करार होने पर फैसला ले सकते हैं। अब इस मसले पर मंगलवार को सर्वोच्च अदालत में सुनवाई होगी।

-अभिषेक मनु सिंघवी की तरफ से अदालत को बताया गया है कि सभी बागी विधायकों ने वीडियो में ये स्वीकार किया है कि उन्होंने स्पीकर को मिलकर इस्तीफा नहीं सौंपा है। सिंघवी की तरफ से अदालत को स्पीकर रमेश कुमार का हलफनामा और विधायकों का वीडियो दे दिया गया है। विधायकों ने यह भी स्वीकार किया है कि जब स्पीकर अपने दफ्तर से जा चुके थे, तब वो लोग इस्तीफे के बाद बात करने पहुंचे थे। स्पीकर के साथ बैठक में विधायकों ने माना है कि वह रिजॉर्ट गए लेकिन इस्तीफे के लिए स्पीकर से नहीं मिले। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की तरफ से पेश हुए राजीव धवन ने बताया कि कि लोगों ने एक जनादेश दिया है, ये विधायक उसका अपमान कर रहे हैं। आप हमें बता दीजिए कि स्पीकर की जिम्मेदारी क्या है, संविधान में कहा गया है कि स्पीकर अपने हिसाब से इस्तीफे पर निर्णय कर सकता है।

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-कर्नाटक विधानसभा के मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई प्रारंभ हो गई है। विधायकों की तरफ से पेश हुए मुकुल रोहतगी ने कोर्ट को बताया कि विधानसभा स्पीकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विधायक सुप्रीम कोर्ट क्यों गए थे, मैं तो यहां था मेरे पास आना था। उन्होंने कहा कि स्पीकर के खिलाफ माननीय न्यायाधीश को एक्शन लेना चाहिए, वो बार-बार कह रहे हैं कि उन्हें इस्तीफा पढ़ना है, लेकिन एक लाइन के इस्तीफे में वह कितनी बार पढ़ेंगे। मुकुल रोहतगी ने कहा कि स्पीकर ने राजनीतिक वजह से हमारा इस्तीफा मंजूर नहीं कर रहे हैं। इस पर टिप्पणी करते हुए मुख्य न्याधीश रंजन गोगोई ने कहा कि क्या विधानसभा स्पीकर सुप्रीम कोर्ट की अथॉरिटी को चैलेंज कर रहे हैं। क्या स्पीकर हमें ये कह रहे हैं कि अदालत को इससे दूर रहना चाहिए।

-स्पीकर की तरफ से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अभी विधायकों पर सदस्यता खत्म करने का भी मामला चल रहा है, ऐसे में इस्तीफे की बात कहां से आ सकती है। स्पीकर के साथ बैठक में विधायकों ने माना है कि वह रिजॉर्ट गए लेकिन इस्तीफे के लिए स्पीकर से नहीं मिले।

-कांग्रेस और जेडीएस ने अपने सारे विधायकों को व्हिप जारी किया है। इसके तहत विधायकों को विधानसभा में रहने का आदेश दिया है। खास बात ये है कि जो विधायक बागी हो चुके हैं, उन्हें भी व्हिप भेजा गया है, इतना ही नहीं, विधायकों के घर के बाहर व्हिप को चिपकाया गया है।ताकि अगर वोटिंग की नौबत आए तो कोई दिक्कत नहीं हो। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का कहना है कि वह इस्तीफा क्यों देंगे, जबकि वो तो बहुमत में हैं।