BJP को हराने के लिए सभी विपक्षी दलों को मिलकर काम करना चाहिए : ममता

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 26 जून 2019, 6:44 PM (IST)

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ महागठबंधन की तैयारी कर रही हैं? यह सवाल तब उठ रहा है जब ममता बनर्जी ने कांग्रेस और लेफ्ट को मिलाकर भाजपा से लड़ने की बात कही है। ममता बनर्जी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में कांग्रेस और सीपीआई (एम) को कहा कि हमे भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ने की जरूरत है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से टीएमसी के कई विधायक बीजेपी का दामन थाम चुके हैं। इसके साथ ही कई निगम पार्षद भी बीजेपी में आए हैं, यही नहीं ये सिलसिला लगातार जारी है।

बता दें, लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की 42 में से 18 सीटें जीती हैं। पश्चिम बंगाल में 2 साल बाद यानी 2021 में चुनाव है। ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी और सीआईएसएफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में सीआईएसएफ का इस्तेमाल कर रही है, उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ के लोग चुनाव के दौरान लोगों के घरों मे गए और 5-5 हजार रुपए देकर वोट खरीदे। ममता बनर्जी ने कहा कि जनता के हित को ध्यान में रखते हुए हमें (टीएमसी, कांग्रेस और सीपीआईएम) भाजपा से मिलकर लड़ना होगा। ममता बनर्जी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से, हम लड़ रहे हैं और हम लड़ते रहेंगे। हम चुनाव के बाद की हिंसा नहीं चाहते थे।

2019 का चुनाव वास्तविक चुनाव नहीं था...
उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास नहीं है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को सीटें नहीं मिलीं। यहां तक ​​कि मुझे विश्वास नहीं है कि सीपीएम के वोट भाजपा में स्थानांतरित किए गए थे।

गौरतलब है कि इस बार के लोकसभा चुनावों से पहले भी कई विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई थी, उत्तर प्रदेश में तो सपा और बसपा ने गठबंधन भी किया था। पश्चिम बंगाल में भी चुनावों से पहले गठबंधन की बात हुई थी, लेकिन चुनाव के दौरान तालमेल नहीं बैठ पाने की वजह से पश्चिम बंगाल में कांग्रेस, सीपीआईएम और तृणमूल कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा था।

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