चंडीगढ़। महिला एवं बाल विकास में केंद्र सरकार की योजनाओं को बेहतरीन तरीके से लागू करने में अव्वल हरियाणा अब इजराइल सरकार के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में काम करेगा। भारत में इजराइल के राजदूत ने स्कूली शिक्षा से पूर्व बाल शिक्षा में महत्वपूर्ण बदलाव के लिए नालेज पार्टनर बनने तथा फुलवारी योजना के तहत आंगनवाड़ी गोद लेकर उनमें गुणात्मक बदलाव में अहम भूमिका अदा करने पर सहमति जताई है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन के प्रयास स्वरूप बीती देर शाम भारत में इजराइल के राजदूत डॉ. रॉन मल्का ने उनके कार्यालय में महिला एवं बाल विकास के आला अधिकारियों के साथ मुलाकात की। महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा राजाशेखर वूूंडरु एवं निदेशक कैप्टन मनोज ने हरियाणा में महिला एवं बाल विकास उत्थान के लिए केंद्र सरकार की योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, वन स्टाप सेंटर के साथ-साथ प्रदेश सरकार की आंगनवाड़ी गोद लेने की फुलवारी योजना पर विस्तार से जानकारी दी गई।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आंगनवाडी केंद्रों में बडे बदलाव की दिशा में हरियाणा द्वारा
नौनिहालों के लिए संस्थागत सुविधाओं में बढ़ोतरी किए शुरू की गई, जिसमें
उनमें सोलर पैनल लगाने के साथ-साथ नौनिहालों की जरूरत के खेल संसाधन में
बढ़ोतरी की जा रही है। फुलवारी योजना में अब तक 662 आंगनवाडी गोद दी जा
चुकी हैं।
इस योजना से प्रभावित भारत में इजराइल के राजदूत
डॉ. रॉन मल्का ने इसमें रूचि दिखाई और जल्द ही एक टीम सोनीपत और गुरुग्राम
जिला की आंगनवाडी केंद्रों का दौरा करके प्रोजेक्ट तैयार करेंगे, ताकि
आंगनवाडी गोद लेने की प्रक्रिया की जा सके। इजराइल राजदूत डा रान मल्का ने
नौनिहालों के मानसिक विकास और रचनात्मक गतिविधियों में उनकी रूचि बढ़ाने के
लिए महिला एवं बाल विकास विभाग का नालेज पार्टनर बनने का प्रस्ताव भी
स्वीकार कर लिया। इससे प्रदेश के आंगनवाड़ी केंद्रों में शैक्षणिक शैड्यूल
को प्रभावी बनाने में मदद मिलेगा।
इस बैठक पर
महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने कहा कि इजराइल सरकार के साथ महिला
एवं बाल विकास विभाग तेजी से आगे बढेगा और जल्द ही बड़े बदलाव लाने की
दिशा में काम किया जाएगा।