नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अनुमान लगाया है कि चक्रवाती तूफान वायु वारावल और दीव क्षेत्र में पोरबंदर और माहुवा के बीच गुजरात तट पर 13 जून (गुरुवार) को तडक़े टकरा सकता है। इसकी गति संभवत: 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे होगी जोकि बढक़र 135 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। चक्रवाती तूफान से गुजरात के तटीय जिलों में भारी बारिश होने की उम्मीद है।
इसके साथ ही 1 से 1.5 तक ज्वार उठने की उम्मीद है जिससे कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर के निचले जिलों में पानी भरने की संभावना है। इस बीच इस तूफान के प्रभाव से बचने के लिए 10 चीनी पोतों ने भारत में शरण ली है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी बंदरगाह में इन पोतों को शरण दी गई है।
भारतीय तटरक्षक महानिरीक्षक केआर सुरेश ने एएनआई को बताया कि मानवीयता के नाते भारतीय तटरक्षक बल ने उन्हें सुरक्षा घेरा के तहत वहां रहने की इजाजत दी है। उधर, तूफान से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का एक विमान नई दिल्ली से विजयवाड़ा जा रहा है। यह विमान एनडीआरएफ के 160 कर्मचारियों को लेने जा रहा है। ये सदस्य गुजरात में तूफान से प्रभावित लोगों की मदद करेंगे।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को तूफान की वजह से उत्पन्न होने
वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए राज्य और केंद्रीय मंत्रालयों और
एजेंसियों की तैयारियों का जायजा लिया। एक उच्चस्तरीय बैठक में स्थिति की
समीक्षा करने के बाद, शाह ने वरिष्ठ अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित बाहर
निकालने और सभी जरुरी सामग्रियों के रखरखाव जैसे बिजली, टेलीकम्युनिकेशन,
स्वास्थ्य, पीने का पानी समेत अन्य चीजों को सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
इसके साथ ही तूफान से क्षति होने की स्थिति में इन चीजों को जल्द से जल्द
बहाल करने के आदेश दिए। आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने नियंत्रण कक्षों
के 24 घंटों तैनात रहने के भी निर्देश दिए। विज्ञप्ति के अनुसार, एनडीआरएफ
ने नौकाओं, ट्री-कटर्स, टेलीकॉम सामग्रियों के साथ अपनी 26 टीमों को तैनात
किया है और गुजरात सरकार के आग्रह के आधार पर अन्य 10 टीमों को तैयार कर
रही है। भारतीय तट रक्षक, नौसेना, थल सेना और वायु सेना को तैयार रखा गया
है और निरीक्षक विमान और हेलीकॉप्टर हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं।