ईंट-भट्ठाें पर जिग-जैग प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल पर मुख्यमंत्री ने जताई खुशी

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 08 जून 2019, 5:41 PM (IST)

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ईंट-भट्ठाें पर इस्तेमाल जिग-जैग प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल से आए नतीजों पर प्रसन्नता जाहिर की है। पर्यावरण संरक्षण के लिए ईंट-भट्ठाें पर जिग-जैग प्रोद्यौगिकी का इस्तेमाल किया गया था। जिग-जैग से ईंट-भट्ठाें से फैलने वाला प्रदूषण तो नियंत्रित हुआ साथ ही उत्तम गुणवत्ता की ईंटों के उत्पादन में भी बढ़ोतरी हुई है।
झज्जर में ईंट-भट्ठा एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक के उपरांत मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी।

मनोहर लाल ने बताया कि बैठक के दौरान ईंट-भट्ठा संचालकों ने बताया कि जिग-जैग प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल से पहले उत्तम गुणवत्ता वाली ईंटों का उत्पादन 70 फीसदी होता था जोकि अब बढक़र 82 प्रतिशत पर पहुंच गया है। हरियाणा में जिलावार सबसे बड़ी इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के सिलसिले के तहत आज झज्जर जिला के ईंट-भट्ठा एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की

मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा, विधायक नरेश कौशिक भी बैठक में शामिल हुए। ईंट-भट्ठा एसोसिएशन के प्रधान सतपाल देशवाल ने मुख्यमंत्री के समक्ष भट्ठा उद्योग के लिए बिजली का स्वतंत्र फीडर, बंधुआ मजदूरी से संबंधित कानून के दुरूपयोग, लाइसेंस फीस व ईंट भट्ठा क्षेत्र के रिसर्च एंड डेवल्पमेंट तथा कानून व्यवस्था से संबंधित मांग रखी।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

मुख्यमंत्री ने ध्यानपूर्वक उनकी मांगों को सुनते सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों को स्वतंत्र फीडर योजना पर विचार करने को कहा जाएगा। हरियाणा के आठ जिलों के 3500 से अधिक गांवों में बिजली की 24 घण्टे की आपूर्ति की जा रही है। इसी तरह उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के माध्यम से ईंट-भट्ठा उद्योग के रिसर्च एंड डेवल्पमेंट पर काम किया जाएगा। उन्होंने ईंट-भट्ठा संचालकों से इस काम के लिए डीपीआर तैयार कराने में सहयोग मांगा। इस क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए इनोवेशन की अत्यंत आवश्यकता है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को कानून व्यवस्था से संंबंधित मामलों में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश भी दिए।

बैठक के दौरान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने ईंट-भट्ठा एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को अपनी इकाईयों में अच्छी गुणवत्ता वाले शौचालय बनवाने तथा उनके उपयोग के लिए श्रमिकों को प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि हरियाणा खुले में शौच मुक्त राज्य बन चुका है। ईंट-भट्ठा उद्योगों पर काम करने वाले श्रमिक भी शौचालय का इस्तेमाल कर राज्य की उपलब्धि में अपना योगदान कर सकते हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के इस सुझाव की मुख्यमंत्री व भट्ठा संचालकों ने प्रशंसा की।

कृषि मंत्री ने कहा कि जिला झज्जर ईंट भट्ठा उद्योग में अग्रणी है और काफी सख्यां में युवाओं को रोजगार मुहैया करवा रहा है। जिला झज्जर का ईंट भट्ठा उद्योग दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में ईंटों की आपूर्ति कर्ता है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनके एक आहवान पर जिला झज्जर के ईंट भट्ठा संचालकों की समस्याओं व मांगों को पूरे ध्यान से सुना और समझा है। प्रदेश सरकार पूरी गंभीरता से ईंट भट्ठा संचालकों की मांगों पर पूरा विचार करेगी।