अलीगढ़। पुलिस ने अलीगढ़ के टप्पल इलाके में ढाई साल की मासूम बच्ची की हत्या के मामले में चौथा महिला आरोपी को गिरफ्त में ले लिया है। वारदात कों अंजाम देने वाले तीसरे आरोपी मेहदी हसन को गिरफ्तार करने के बाद चौथी आरोपी महिला को आराेपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।अलीगढ के वकीलों ने आरोपियाें का केस लडने से इंकार कर दिया है। आरोपियों से हत्या के मामले में पूछताछ
की जा रही है।इस मामले
में जाहिद और असलम को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
इस खौफनाक हत्याकांड की जांच के लिए छह सदस्यीय एसआईटी गठित कर दी गई है। हमलावरों ने मासूम की इस बेरहमी से पिटाई की थी कि पसलियों के साथ उसका बायां पैर भी टूट गया और मासूम के सिर में भी गंभीर चोटें मिली हैं। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में यौन हिंसा का कोई प्रमाण अभी नहीं मिला है। फोरेंसिक लैब में भी जांच होने के बाद किसी निर्णय पर पहुंचेेंगे।
हत्या का कारण
25 से 26 मई को टप्पल इलाके में बच्ची के घर के पास जाहिद और पैसे दिलवाने वाले बिचौलिए के साथ बहस हो रही थी। इसी दौरान बच्ची के पापा भी वहां से निकल रहे थे । फिर तीनों के बीच पैसों को लेकर बात बढ़ गई की जाहिद ने बच्ची के पापा को देख लेने की धमकी दी। 30 मई को सुबह 8 बजे बच्ची अपने घर से 10-20 कदम की दूरी पर खेलने गई थी।
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इसी दौरान बच्ची वहां से गायब हो गई। परिजनों ने उसे ढूंढा, लेकिन
बच्ची नहीं मिली। 12 बजे तक जब बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला, तो परिजन
टप्पल थाने पहुंचकर केस दर्ज करवाने का प्रयास किया । लेकिन वहां यह कहकर
मामला रफादफा कर दिया कि बच्ची आपकी मिल जाएगी। पुलिस ने मामला दर्ज नहीं
किया।
इसके बाद बच्ची के परिवार के लोग घर आ गए लेकिन
24 घंटे के बाद भी जब बच्ची का सुराग नहीं लगा, तो 31 मई को शाम तकरीबन 4
बजे पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 अपहरण का केस दर्ज कर लिया।
2 जून को सुबह तक़रीबन 7 बजे आरोपी ज़ाहिद के घर के सामने खाली पड़ा प्लॉट जहां लोग कूड़ा फेंकते हैं, वहां से एक महिला सफाई कर्मचारी माया वहां से कूड़ा ले रही थी, तभी उसने देखा की एक डेडबॉडी को तीन कुत्ते नोंच रहे हैं। महिला कर्मचारी ने शोर मचा दिया। लोग इकट्ठा हो गए। बच्ची के परिवार के लोग भी आ गए और बच्ची के परिजनों ने पहचान लिया। जाहिद के घर के बाहर बच्ची के मिलने के बाद परिवार का शक जाहिद पर गया।