चैंपियंस लीग : फाइनल में भिड़ेंगे इंग्लैंड के क्लब लिवरपूल और टॉटेनहम

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 01 जून 2019, 5:32 PM (IST)

मेड्रिड। दो इंग्लिश क्लब यहां रविवार को वांडा मेट्रोपोलिटानो स्टेडियम में यूरोपीय चैंपियंस लीग के खिताब के लिए भिड़ेंगे। लिवरपूल की टीम जहां पिछले साल इस टूर्नामेंट के फाइनल में मिली हार को भुलाकर खिताब जीतना चाहेगी तो वहीं टॉटेनहम की नजरें पहली बार इस खिताब को अपने नाम करने पर होगी। वर्ष 2008 के बाद पहली बार ऐसा मौका आया है जब इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुचंने वाले दोनों क्लब इंग्लैंड से हैं।

लिवरपूल ने सेमीफाइनल में स्पेनिश क्लब एफसी बार्सिलोना के खिलाफ उलटफेर किया जबकि टॉटेनहम ने डच क्लब आजाक्स के खिलाफ रोमांचक मैच में जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बनाई। लिवरपूल ने पांच बार इस खिताब को जीता है। हालांकि 2007 और 2018 में उसे फाइनल में हार का सामना पड़ा। 2007 में लिवरपूल को इटली के क्लब एसी मिलान ने मात दी जबकि पिछले साल उसे स्पेनिश दिग्गज रियल मैड्रिड ने हराया।

मुख्य कोच जुर्गन क्लॉप के मार्गदर्शन में टीम दमदार लग रही है, लेकिन इस सीजन उसने अभी तक एक भी ट्रॉफी नहीं जीती है। इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में टीम 97 अंक अर्जित करने के बावजूद एक अंक के अंतर से पहली बार खिताब जीतने से चूक गई। क्लॉप ने मैच से पहले कहा, हर स्थिति अलग होती है, टीम अलग होती है। पिछले साल एक गोल विश्व स्तरीय था और दो गोल ऐसे थे जो हम आमतौर पर नहीं खाते। इसी वजह से हम मैच हारे।

अभी तक मैं अपने करियर में दुर्भाग्यशाली रहा हूं, लेकिन मैं अपने आपको एक हारा हुआ व्यक्ति समझता हूं तो यह हमारे लिए एक समस्या होगी। क्लॉप जर्मन क्लब बोरुशिया डॉर्टमंड को भी फाइनल तक पहुंचा चुके हैं, लेकिन 2013 में उन्हें चिर-प्रतिद्वंद्वी बायर्न म्यूनिख के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।

हालांकि, इस बार उन्हें उम्मीद होगी कि स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह और सादियो माने गोल करके उन्हें एक ट्रॉफी दिलाए। सलाह और माने ने ईपीएल में इस सीजन 22-22 गोल करते हुए गोल्डन बूट का खिताब जीता। हालांकि, चोटिल होने के कारण स्ट्राइकर रोबटरे फिर्मिनो के खेलने पर अभी संशय बना हुआ है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

दूसरी ओर, लंदन स्थित क्लब टॉटेनहम के लिए स्टार स्ट्राइकर हैरी केन की चोट चिंता का विषय है। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि उनके फाइनल में खेलने की संभावना अधिक है। इस सीजन उन्होंने क्लब के लिए कुल 24 गोल दागे हैं। मुख्य कोच मॉरिसियो पोचेटिनो ने कहा, ऐसे निर्णय लेना बहुत मुश्किल होता है।

आप शुरुआत में केवल 11 खिलाडिय़ों का ही उपयोग कर सकते हैं और यह सबसे कठिन स्थिति है। टॉटेनहम पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में खेल रही है। ईपीएल में इस सीजन टीम चौथे स्थान पर रही, लेकिन यह तथ्य उसकी काबिलियत पर किसी भी प्रकार का सवाल नहीं खड़ा करता। पोचेटिनो अभी तक क्लब के साथ कोई बड़ा खिताब नहीं जीत पाए हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद होगी कि सोन ह्यूंग मिन और क्रिस्टियन ऐरिक्सन जैसे स्टार खिलाड़ी उन्हें इस बार खिताब दिलाए।

ये भी पढ़ें - वीरेंद्र सहवाग ने टीम इंडिया को बताया 2019 वर्ल्ड कप का प्रबल दावेदार