सिंह की अंतिम यात्रा में भावुक हुई स्मृति, कहा-हत्यारों को पाताल से भी ढूंढ लेंगे

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 26 मई 2019, 9:39 PM (IST)

अमेठी। उत्तरप्रदेश के अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के करीबी माने जाने वाले बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अपर पुलिस अधीक्षक दया राम ने रविवार को बताया कि बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान स्थानीय भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह को शनिवार रात करीब 11.30 बजे अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना की जांच जारी है।

स्मृति ईरानी दोपहर बाद बरौलिया गांव पहुंचीं और सुरेन्द्र सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं। स्मृति ने सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए। इस दौरान वह काफी भावुक हो गईं। स्मृति ने सिंह के पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया। इससे पहले वह सिंह के परिवार वालों से मिलीं और उन्हें ढाढस बंधाया। सुरेन्द्र सिंह स्मृति ईरानी के बहुत करीबी माने जाते थे। सिंह के घर पहुंची स्मृति ने उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं। सरकार एवं भाजपा संगठन दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ है।’

उन्होंने कहा, ‘दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी, जिसने गोली चलाई और जिसने गोली चलाने का आदेश दिया है, उसे फांसी के फंदे तक पहुंचाने के लिए आवश्यक हुआ तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।’ स्मृति ने कहा कि अमेठी को आतंकित करने की नीयत से सुरेंद्र सिंह की हत्या की गई है। अमेठी टूटे, अमेठी झुके, इस घटना के पीछे यही छिपा है। उन्होंने कहा कि भाजपा का 11 करोड़ का परिवार सुरेंद्र सिंह के परिवार के साथ खड़ा है।

कानून की मर्यादा में रहकर दोषियों को सजा दिलाई जाएगी। ईरानी ने कहा, ‘हम सब को संयम बरतना चाहिए। धैर्य से काम लेना होगा। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।’ स्मृति ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा, ‘23 तारीख (23 मई) को सार्वजनिक ग्रुप पर मुझे एक राजनीतिक रूप से संदेश दिया गया था कि अमेठी को प्यार से संभालना। जिस व्यक्ति ने वह संदेश मुझे दिया उनसे कहना चाहती हूं कि आई हैव रिसीव्ड द मैसेज लाउड एंड क्लियर मैंने उस संदेश को उसी रूप में समझा है, जिस रूप में उन्होंने कहा है। इस बीच लखनऊ में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा, ‘हमें पुरानी रंजिश का पता चला है। हम ये भी पता कर रहे हैं कि कहीं कोई राजनीतिक दुश्मनी तो नहीं थी।

यूपी पुलिस की टीमें सघन जांच कर रही हैं। अब तक हमने सात लोगों को हिरासत में लिया है। हमें इलेक्ट्रानिक सर्विलांस से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य भी मिले हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि अगले 12 घंटे में हम हत्या की वजह का पता कर लेंगे। सभी संभावित पहलुओं को देखा जा रहा है।’ उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता की मौत अत्यंत दुखद है। वह परिश्रमी कार्यकर्ता थे। भले ही हत्यारे पाताल में क्यों ना छिपे हों, उन्हें ढूंढ निकालेंगे। इस घटना से पूरी अमेठी दुखी है।

उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं है। हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री मोहसिन रजा भी पूर्व प्रधान के घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। रजा ने बताया कि सिंह की हत्या उस समय हुई, जब वह सो रहे थे। यह अत्यंत जघन्य घटना है। रजा अमेठी के प्रभारी मंत्री भी हैं। सिंह के बेटे अभय सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि कुछ कांग्रेस समर्थक असामाजिक तत्वों को अमेठी में भाजपा की जीत रास नहीं आई। सिंह की हत्या पर भाजपा के अमेठी लोकसभा क्षेत्र के संयोजक राजेश अग्रहरि ने कहा, ‘कांग्रेस की हताशा और घटना के हालात को देखते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।’

राजेश ने कहा कि चुनाव के बाद से कांग्रेस में हताशा है इसलिए घटना की गहन जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने कहा कि इस घटना के राजनैतिक हत्या होने से इंकार नहीं किया जा सकता। सभी पहलुओं पर जांच हो रही है। सिंह पूर्व प्रधान रहे हैं, इसलिए यह पुरानी रंजिश का मामला भी हो सकता है। लोकसभा चुनाव के दौरान जूता वितरण प्रकरण में सुरेंद्र सिंह काफी चर्चा में रहे थे। उन्हें स्मृति ईरानी का करीबी माना जाता था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्मृति ईरानी पर बरौलिया गांव के लोगों को जूते बांटने का आरोप लगाते हुए इसे अमेठी के लोगों का अपमान बताया था।

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